24 जनवरी बालिका दिवस : हो रामा हमरे घर आ जाए बिटिया
सीमा व्यास | सोमवार,जनवरी 24,2022
बस एक बार चुप्पी टूट जाए फिर देखना बहुत क्षमता है किशोरी में। वह हंसती है तो चांदनी बिछ जाती है धरती पर। वह उछलती है तो ...
World Bicycle Day : मैं साइकिल चलाना नहीं सीखूंगी...
सीमा व्यास | बुधवार,जून 2,2021
’दादाजी, मैं साइकिल चलाना नहीं सीखूंगी।’
दादाजी ने अखबार से चेहरा निकालते हुए पूछा, ’क्यों? गिर पड़ी क्या?’ ...
कोरोना काल की कहानियां : मजबूरी से निकली रोजगार की राह
सीमा व्यास | शनिवार,अप्रैल 10,2021
तीन साल पहले ही रजनी इस शहर में आई थी। उसके पति मॉल में सिक्यूरिटी आफिसर थे। उसने अपनी बेटी को शहर के बेहतर अंग्रेजी ...
कोरोना काल की कहानियां : लॉकडाउन ने बदला बहू का नज़रिया
सीमा व्यास | शनिवार,अप्रैल 10,2021
पूना में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करनेवाली स्नेहा का शुरू से सपना था, कि शादी के बाद वो सिर्फ पति के साथ रहे। दोनों ...
हिंदी कहानी : नीम के तने पर जसोदाबाई की ढोलक
सीमा व्यास | रविवार,अप्रैल 4,2021
धमम् तपड़......धमम् तपड़.... धमम् तपड़... जसोदाबाई नीम तले ढोलक ठोक रही थी। बेसुरा, बेताल। ढोलक की दोनों चाटी पर पूरे हाथ ...
हे स्वर्णपुरुष ! मैं नित करती हूं तुम्हारा इंतजार
सीमा व्यास | गुरुवार,मार्च 25,2021
विवस्वान की ऊर्जा धरती को चैतन्य कर देती है। तृण से लेकर वन तक, जीव से लेकर जगत तक, बूंद से लेकर सागर तक, सभी में ऊष्मा ...
Ayesha Case A Different Angle : आयशा, तुम बखेड़ा क्यों खड़ा कर गई?
सीमा व्यास | शुक्रवार,मार्च 5,2021
आयशा तुमने कहा ,प्यार एकतरफा नहीं होना चाहिए। मैं तो कहती हूं, हर बार एक तरफा ही हो और हर बार उंगलियां खुद की ओर उठी ...
लोकगंध में पगी कहानी - मेरी बई, बरत और बारता
सीमा व्यास | मंगलवार,जून 9,2020
कहावत तो सात वार नौ त्योहार की है, पर हमारी बई के तो सात वार में नौ बरत आते थे। कभी सोमवार के साथ ग्यारस आ जाती तो कभी ...
विश्व साइकिल दिवस पर एक यादगार अनुभव
सीमा व्यास | बुधवार,जून 3,2020
’दादाजी, मैं साइकिल चलाना नहीं सीखूंगी।’ दादाजी ने अखबार से चेहरा निकालते हुए पूछा, ’क्यों? गिर पड़ी क्या?’
अमृत जो नर्मदा संग बहता रहा
सीमा व्यास | सोमवार,जुलाई 9,2018
अमृतलाल वेगड़, एक ऐसी शख्सियत जिसने नर्मदा यात्रा के अपने जुनून को नदी की निर्मल धार की भांति शब्दों में बांधकर हिन्दी ...