राजनीतिक होली
आरिफा एविस | सोमवार,मार्च 9,2020
हर साल की तरह इस बार भी माघ के बाद फाल्गुन लग चुका था। मौसम का मिज़ाज क्या बदला, राजनीतिक मिजाज भी बदल गया पर अपना मिज़ाज ...
होली के ठहाके और व्यंग्य : बुरा न मानो होली है
आरिफा एविस | बुधवार,मार्च 20,2019
राजनीतिक होली में लफंगी रंग, हुड़दंगी रंग, चेला-चपाटी रंग, जुमलेबाजी रंग, घोटालेबाजी रंग, देशभक्ति रंग, मन की बात का ...
हिन्दी दिवस पर व्यंग्य : हिंदी हैं हम वतन हैं
आरिफा एविस | गुरुवार,सितम्बर 14,2017
हिन्दी दिवस हो और स्कूल कालेज इसका जश्न ना मनाएं, ऐसा कैसे हो सकता है? जश्न का मजा भी वही ले सकता है जिसके पास उसका ...
अगर आज मैं चुप रही, तो कल मेरे लिए कोई नहीं बोलेगा
आरिफा एविस | शनिवार,सितम्बर 9,2017
बेंगलुरु की पचपन वर्षीय पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी एक पहचान ...
कब्र का अजाब
आरिफा एविस | बुधवार,जुलाई 19,2017
नहीं, मदरसे में रूही नहीं जाएगी।
'पर क्यों अम्मी?'
'कहा ना अब वो नहीं जाएगी मदरसे में बस...।'
'तो क्या रूही आपा ...
व्यंग्य : सेल्फी, सेल्फी और सेल्फी...
आरिफा एविस | मंगलवार,अप्रैल 11,2017
एक महाशय सुबह से इसी बात पर नाराज थे कि जिसे देखो, सेल्फी खींचकर डालने पर अड़ा है, पड़ा है, सड़ा है। सेल्फी देख-देखकर ...
बेवकूफी का तमाशा
आरिफा एविस | शनिवार,अप्रैल 1,2017
अप्रैल आने वाला था। बेवकूफ बनाने वाले, लोगों को बेवकूफ बनाने की फिराक में थे। वैसे अब कोई महीना निश्चित नहीं है, ...
ईमानदारी का पर्व और वो...
आरिफा एविस | सोमवार,नवंबर 21,2016
एक रात जब देश सोने की तैयारी कर रहा था, उस वक्त देश के आला अधिकारी ने बड़े नोटों को बंद करने का ऐलान कर दिया, जिसे ...
ना काहू से दोस्ती न काहू से बैर
आरिफा एविस | गुरुवार,अक्टूबर 27,2016
देश की आजादी के इतने दिनों बाद भी जल, जंगल, जमीन के लिए समझौता वार्ता, शांति वार्ता, सीबीआई जांच, लाखों लोगों का पलायन, ...
बहिष्कारी तिरस्कारी व्यापारी
आरिफा एविस | शुक्रवार,अक्टूबर 14,2016
एक जमाना था, जब गांधी जी ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया और भारत की जनता गांधी जी साथ खड़ी थी। भारत के कुछ लोगों को ...