जीवन में हम सब चाहते हैं हमारा वर्चस्व बना रहे, प्रभाव बढ़े और सब हमसे आकर्षित रहे। नवरात्रि के दिनों में देवी मंत्रों से यह सब बेहद आसान है। आवश्यकता इस बात की है कि इन मंत्रों के दौरान पूजन विधि में सावधानी बरती जाए।
(1) ऐसी पत्नियां, जो अपने पति से परेशान हों, वे निम्न मंत्र जप कर अपनी समस्या का समाधान कर सकती हैं।
'ॐ नमो महायक्षिणी पति मे वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।'
लाल वस्त्र धारण कर धूप-दीपक लगाकर पूरी नवरात्रि 21 माला जपें।
'ॐ नमो महायक्षिण्यै मम पतिं मे वश्यं कुरु-कुरु स्वाहा।
(2) मनपसंद पत्नी प्राप्ति के लिए-
'ॐ पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसरिणीम्, तारिणीं दुर्ग संसार सागरस्थ कुलोद्भवाम।।'
नवरात्रि में 11 माला लाल वस्त्र, आसन तथा यथाशक्ति हवन करें, लाभ होगा।
(3) मनपसंद पति तथा शीघ्र विवाह के लिए-
'या देवी सर्वभूतेषु पति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।'
11 माला नित्य।
(4) देहि सौभाग्यं आरोग्यं, देहि मे परमं सुखम, रूपं देहि, जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
रक्त वस्त्र आसन 11 माला नित्य।
(5) 'ॐ कात्यायनी महामाये महायोगीन्यधीश्वरी, नन्दगोप सुतं देवी, पति मे कुरुते नम:।'
नित्य एक माला नवरात्रि में जपें।
(6) किसी विशेष व्यक्ति से विशेष कार्य हेतु निम्न मंत्र का जप अनुभूत है-
'ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी, भगवति हि सा।'
बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।
(7) श्री हनुमान चालीसा की निम्न चौपाई का हनुमान चालीसा के 11 पाठ नित्य करने से कठिन से कठिन कार्य सिद्ध हो जाते हैं-
'दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।'
हनुमानजी के चित्र के सामने पूर्वाभिमुख हो रक्त वर्ण के पुष्प से पूजन सिन्दूर-चंदन व लड्डू का नैवेद्य लगाकर करें। धैर्य रखें।
श्रद्धा व विश्वास रखने से कार्य निश्चय ही होगा।