शनिवार विशेष : कैसे करें शनिदेव को प्रसन्न
शनि-दोष निवारण के अचूक उपाय
अगर किसी जातक की जन्मकुंडली में शनि नीच राशिगत, वक्री, अशुभ स्थान का स्वामी होकर अशुभ ग्रहों के प्रभाव में हो तो शनि अपनी महादशा, अंतर्दशा, साढ़ेसाती या ढैया अवधि, जन्म, शनि पर गोचर या शनि का गोचर होने पर अशुभ फल देता है। शनि के अशुभ फल : व्यवसाय, नौकरी व कार्यों में बाधाएं, अस्वस्थता, मानसिक अशांति, पारिवारिक अशांति, धन-संचय में कमी, परेशानीपूर्ण यात्राएं, मित्रों से मतभेद, संतान संबंधी चिंता, सट्टा में हानि, शत्रुओं द्वारा परेशानी, मुकदमा-बाजी, लाभ व मान प्रतिष्ठा में बाधाएं, धन आगमन अवरुद्ध होना, व्यय का योग अधिक, हानि, ऋण में डूबना आदि। ग्रहों की अशुभता को दूर करने के लिए उनसे संबंधित मंत्रों के जाप करने से सफलता मिलती है। साथ ही ग्रह विशेष के मंत्र जाप से ग्रह की शुभता एवं बल में वृद्धि होती है। ज्योतिष के अनुसार शनिवार के दिन शनि की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन कोई नया काम शुरू नहीं करना चाहिए। शनिवार को अखंड नारियल नदी में प्रवाहित करने से शांति मिलती है। प्रत्येक शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने तथा शनिदेव के दर्शन कर तेल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। अगले पेज पर : कैसे करें शनि-दोष निवारण, अचूक उपाय
कैसे करें शनि-दोष निवारण, अचूक उपाय शनिदेव को शांत करने के लिए दान और पूजन का विधान है। शनि की अनिष्टता निवारण के लिए शनिवार को शनिदेव के मंदिर में तेल चढ़ाएं व दान करें। इसके अलावा काले तिल, काली उड़द, लोहा, काले वस्त्र, काली कंबल, छाता, चमड़े के जूते, काली वस्तुएं आदि। शनिदेव के मंदिर के बाहर पुराने जूते और वस्त्रों का त्याग करना भी फायदा देता है।
इसके अलावा शनिदेव का व्रत रखने से भी शनि प्रसन्न होते हैं। शनि की अनिष्टता निवारण के लिए शनिवार का एकाशना करना चाहिए। अगर व्रत न कर सकें तो मांसाहार व मदिरापान नहीं करना चाहिए और संयमपूर्वक प्रभु स्मरण करना चाहिए। अगले पेज पर : शनि मुद्रिका से पहुंचता है लाभ-
शनि मुद्रिका से पहुंचता है लाभ- ज्योतिष विशेषज्ञ की सलाह अनुसार काले घोड़े के खुर की नाल की अभिमंत्रित अंगूठी मध्यमा अंगुली में धारण करनी चाहिए। शनि पीड़ा निवारण रत्न: शनि दोष निवारण के लिए शनि रत्न नीलम धारण करना चाहिए लेकिन यह केवल तुला, वृषभ, मकर, कुंभ राशि या लग्न के व्यक्तियों को ही धारण करना चाहिए। शनिदोष के निवारण हेतु शुभ मुहूर्त में अनुष्ठान से अभिमंत्रित किया हुआ शनि यंत्र धारण करने से शनि की पीड़ा शांत हो जाती है। शनि दोष निवारण के लिए किस देवता की पूजा करें
शनि दोष निवारण के लिए किस देवता की पूजा करें
शनिदोष से पीड़ित जातकों को भगवान् शिव, सूर्य, हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए। भगवान शिव, सूर्य व हनुमान की आराधना करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि की पीड़ा शांत हो जाती है।