यहां जानिए 22 अगस्त से 28 अगस्त 2022 तक के नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त। वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए लेकर आया हैं पंचांग और चौघड़िए के आधार पर साप्ताहिक शुभ मुहूर्त की सौगात। इस सप्ताह के अंतर्गत आने वाले शुभ पर्व, व्रत, मुहूर्त और त्योहार के बारे में सबसे खास जानकारी। पढ़ें साप्ताहिक कैलेंडर- Shubh Muhurat  Weekly 
				  																	
									  
	 
	(साप्ताहिक मुहूर्त : 22 अगस्त से 28 अगस्त 2022 तक)
	 
	22 अगस्त 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
				  
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
	संवत्सर नाम-राक्षस
				  						
						
																							
									  
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
	ऋतु-वर्षा
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	वार-सोमवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
	करण (सूर्योदयकालीन)-बव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
	राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
				  																	
									  
	दिशा शूल-आग्नेय 
	योगिनी वास-आग्नेय 
	गुरु तारा-उदित
				  																	
									  
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-मिथुन
	व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृत योग/अजा एकादशी व्रत (स्मार्त/वैष्णव)
				  																	
									  
	यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
	आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-किसी विप्र को चांदी के पात्र में छैने से बनी मिठाई भेंट करें।
	वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	23 अगस्त 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
				  																	
									  
	संवत्सर नाम-राक्षस
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-मंगलवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
				  																	
									  
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
	योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
	करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
				  																	
									  
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
	शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
	राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
				  																	
									  
	दिशा शूल-उत्तर 
	योगिनी वास-नैऋत्य
	गुरु तारा-उदित
				  																	
									  
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-मिथुन
	व्रत/मुहूर्त-अजा एकादशी व्रत (निम्बार्क)/गोवत्स पूजा (बछ बारस)/शरद ऋतु प्रारंभ
				  																	
									  
	यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
	आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-लाल गोवत्स को बूंदी के लड्डू खिलाएं।
	वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	24 अगस्त 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
				  																	
									  
	संवत्सर नाम-राक्षस
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-बुधवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
	करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
	राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
	दिशा शूल-ईशान
				  																	
									  
	योगिनी वास-नैऋत्य
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
				  																	
									  
	चंद्र स्थिति-कर्क
	व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत
	यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
	आज का उपाय-किसी बटुक को हरे फल भेंट करें।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	25 अगस्त 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
				  																	
									  
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
	संवत्सर नाम-राक्षस
				  																	
									  
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	वार-गुरुवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-वरियान
	करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
	राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
	दिशा शूल-दक्षिण  
				  																	
									  
	योगिनी वास-दक्षिण
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
				  																	
									  
	चंद्र स्थिति-कर्क
	व्रत/मुहूर्त-गुरुपुष्य योग/सर्वार्थसिद्धि योग/अमृत योग/मास शिवरात्रि
				  																	
									  
	यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
	आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण चढाएं।
	वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	 
	26 अगस्त 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
	 
				  																	
									  
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
	संवत्सर नाम-राक्षस
				  																	
									  
	अयन-उत्तरायण 
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	वार-शुक्रवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
	करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
	राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
	दिशा शूल-वायव्य 
				  																	
									  
	योगिनी वास-पश्चिम
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
				  																	
									  
	चंद्र स्थिति-सिंह
	व्रत/मुहूर्त-पितृकार्य अमावस/कुशोत्पाटिनी अमावस्या
				  																	
									  
	यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
	आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-किसी विप्र को भोजन कराएं।
	वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	27 अगस्त 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
				  																	
									  
	संवत्सर नाम-राक्षस
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-कृष्ण
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-शनिवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
	करण (सूर्योदयकालीन)-शिव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
	राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
	दिशा शूल-पूर्व
				  																	
									  
	योगिनी वास-इशान
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-सिंह
				  																	
									  
	व्रत/मुहूर्त-शनैश्चरी अमावस/कुशोत्पाटिनी अमावस (मतांतर)
	यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
	आज का उपाय-शनिदेव का सरसों के तेल व काले तिल से अभिषेक कर इमरती का भोग लगाएं।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	28 अगस्त 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
				  																	
									  
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, इस्वी सन्-2022
	संवत्सर नाम-राक्षस
				  																	
									  
	अयन-उत्तरायण
	मास-भाद्रपद
	पक्ष-शुक्ल
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	वार-रविवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
	करण (सूर्योदयकालीन)-बव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
				  																	
									  
	शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
	राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
	दिशा शूल-पश्चिम 
				  																	
									  
	योगिनी वास-पूर्व
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-कन्या
				  																	
									  
	व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/चंद्रदर्शन
	यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
	आज का उपाय-किसी विप्र को लाल वस्त्र भेंट करें।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	 
	(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
				  																	
									  
	 
	-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
	प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
				  																	
									  
	
				  