यात्रा का शुभ और उत्तम समय कैसे पहचानें
जानिए, यात्रा से पहले किन चीजों का उपयोग बंद कर दें
यदि किन्हीं जरूरी कारणों से यात्रा शुभ मुहूर्त में न की जा सकें तो उसी मुहूर्त में ब्राह्मण जनेऊ-माला, क्षत्रिय शस्त्र, वैश्य शहद-घी, शूद्र फल को अपने वस्त्र में बांधकर किसी के घर में एवं नगर से बाहर जाने की दिशा में रखें। उपर्युक्त चीजों के बजाए मन की सबसे प्रिय वस्तु को भी रखा जा सकता है। वैसे यात्रा के उत्तम समय को ऐसे जाना जाता है-
समयशूल- उषाकाल में पूरब को, गोधूलि में पश्चिम को, अर्धरात्रि में उत्तर को और मध्याह्नकाल में दक्षिण को नहीं जाना चाहिए।