शेयर मार्केट पर कैसा रहेगा वक्री गुरु का प्रभाव?
vakri guru ke share market par prabhav in hindi: ज्योतिष मतानुसार देवगुरु अत्यंत शुभ तथा सकारात्मक ऊर्जा के ग्रह माने जाते हैं, गुरु अर्थव्यवस्था समृद्धि ज्ञान धर्म के कारक ग्रह माने जाते हैं। वर्तमान समय में देव गुरु गोचर में अपनी वक्री चाल से चल रहे हैं, गुरु का वक्री होना देश दुनिया तथा अर्थव्यवस्था के लिए शुभ नहीं माना जाता, देवगुरु ने 1 मई 2024 को मेष राशि से वृषभ राशि में गोचर किया था।
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वृषभ राशि में गुरु 15 मई 2025 तक गोचर करेंगे तथा 15 मई 2025 के बाद वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, गुरु का वृषभ राशि में गोचर अच्छा माना जाता है। परंतु 9 अक्टूबर 2024 को गुरु ने वृषभ राशि में वक्री गति करना प्रारंभ कर दिया गुरु का वृषभ राशि में वक्री होना अर्थव्यवस्था तथा शेयर मार्केट के लिए बिल्कुल प्रतिकूल प्रभाव रखने वाला है। गुरु की वक्री गति 4 फरवरी 2025 तक रहेगी तथा 4 फरवरी 2025 को गुरु वापस वृषभ राशि पर मार्गी गति करेंगे।
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शेयर मार्केट में रुचि रखने वालों के लिए गुरु का वक्री होना शुभ नहीं माना जाता, गुरु के वक्री होने से शेयर मार्केट पर पूर्णतया प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेगा विश्व स्तर की बात करें तो यह समय शेयर मार्केट तथा अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक है तथा इसमें रुचि रखने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, इस समय में लोगों को धन हानि का सामना करना पड़ सकता है।
गुरु को स्वर्ण का कारक ग्रह भी माना जाता है, इसलिए गुरु की वक्री चाल की वजह से सोने चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिलेगी तथा कई देशों पर आर्थिक संकट बढ़ने की पूरी संभावना है। वर्तमान समय में शेयर मार्केट को लेकर लोगों में अस्थिरता तथा भय का माहौल बना हुआ है। इसका सबसे प्रमुख कारण गोचर में गुरु का वक्री होना है, जो की 4 फरवरी 2025 तक रहेगा अतः लोगों को सलाह दी जाती है की इस समय को धैर्य के साथ तथा सतर्क रहकर निकाले।
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