पीडब्ल्यूूडी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व नगरीय प्रशासन मंत्री राजेश मूणत के बीच चला आ रहा मतभेद खुलकर सामने आ गया। दरअसल सांसद रमेश बैस ने शहर के विकास के मुद्दे पर दोनों को ही चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन चर्चा के दौरान टोल प्लाजा के मसले पर दोनों के बीच गरमागरम बहस हो गई। बाद में श्री बैस को बीच-बचाव करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि टोल प्लाजा को लेकर कुछ ऐसी बात हो गई कि दोनों एक दूसरे के विरोध करते नजर आए। दरअसल राज्य में पहले श्री मूणत लोकनिर्माण मंत्री थे जिनके कार्यकाल के दौरान टोल प्लाजा के लिए संबंधित कंपनी से अनुबंध हुआ था। अनुबंध में टोल प्लाजा का स्थान नगर निगम सीमा के अंदर है, लेकिन शुरूआती विरोध के चलते इस संबंध में चर्चा के लिए श्री बैस ने दोनों ही मंत्रियों सहित निगम से जुड़े जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को बुलाया था। श्री अग्रवाल ने इस दौरान कुछ तकनीकी परेशानी भी बताई जिसके तहत यदि स्थान परिवर्तन किया जाता है तो कंपनी क्लेम्प कर सकती है, क्योंकि अनुबंध पहले ही चुका है। बताया जा रहा है कि इसी चर्चा के बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। शहर में हुई तोड़फोड़ के मुद्दे पर भी बहस की खबर है। वहीं मुआवजा व विस्थापन से संबंधित बातों पर गौर किया गया।