लेकिन हमें यह महसूस हो रहा था कि इन सभी लोगों पर प्रेत साया या ऊपरी बाधा न होकर इन्हें किसी तरह की मानसिक बीमारी है और इलाज की सख्त आवश्यकता है। इस बाबत जब मनोचिकित्सकों से बातचीत की गई तो उनका कहना भी यही था कि ऐसे लोग दिमागी रूप से परेशान होते हैं। हम इन्हें पूरी तरह से पागल की श्रेणी में भी नहीं रख सकते। इन लोगों को उचित देखभाल और प्यार की जरूरत है। यदि सही समय पर इनका सही इलाज कराया जाए तो इन्हें इस तरह की समस्या से निजात मिल सकती है। आप इस संबंध में क्या सोचते हैं, हमें बताइएगा?
और भी पढ़ें : |