• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. प्रादेशिक
Written By भाषा
Last Modified: जयपुर (भाषा) , रविवार, 15 फ़रवरी 2009 (18:06 IST)

ढिलाई बरते जिला प्रशासन, भुगते फिल्म निर्माता

ढिलाई बरते जिला प्रशासन, भुगते फिल्म निर्माता -
फिल्म निर्माण से जुडे लोगों और फिल्मी प्रंशसकों का कहना है कि जिला प्रशासन की ढिलाई एवं लापरवाही का नतीजा फिल्म निर्माताओं और निदेशकों को झेलना पड़ रहा है। यदि समय रहते राजस्थान सरकार ने इस ओर कड़ा रूख नहीं अपनाया तो फिल्म निर्माता और निदेशक राजस्थान से मुँह मोड़ लेंगे।

सैंटल सर्किट सिनेमा एसोसिएशन के सदस्य सुनील बंसल का कहना है कि सरकार एक ओर जयपुर को फिल्म सिटी बनाने में जुटी हुई है, दूसरी ओर शूटिंग स्थल पर जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण हादसा होता है तो इसके लिए फिल्म निर्माता या निदेशक को दोषी ठहराया जाता है।

फिल्म उद्योग से जुडे सूत्र राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश का पूरा सम्मान करते हुए कहा कि जयपुर जिला प्रशासन और राजकीय पुरातत्व संग्रहालय विभाग सर्तक होता तो आमेर किले में वीर फिल्म की शूटिंग के दौरान शुक्रवार को संभवत दीवार नहीं ढहती और इससे पंद्रह से अधिक लोग घायल नहीं होते।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और आमेर किले की देखरेख करने वाले पुरातत्व एवं सगंहालय विभाग एवं आमेर विकास प्राधिकरण ने फिल्म निर्माता को फिल्माकंन की मंजूरी दी है, दर्शकों को नियंत्रित करने का काम जिला प्रशासन का है न कि फिल्म निर्माता का।

सूत्रों ने कहा कि‍ जिला प्रशासन सर्तक रहकर आमेर किले में आने वाले लोगों को नियंत्रित करता तो संभवत यह हादसा नहीं होता। ढिलाई बरते जिला प्रशासन नतीजा भुगते फिल्म निर्माता यह कहाँ तक उचित है।

सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में फिल्म शूटिंग को लेकर हर समय विवाद होना आम बात है। उन्होने कहा कि आशुतोष गोवारीकर को भी जोधा अकबर की शूटिंग के दौरान और बाद में कई विवादों का सामना करना पड़ा। अब अनिल शर्मा ने भारी विरोध के बीच आमेर किले में फिल्म वीर की शूटिंग शुरू की और शूटिंग के दौरान हुए हादसे के बाद राजस्थान उच्च न्यायालय ने सख्त कदम उठाते हुए वीर फिल्म की शूटिंग पर रोक लगा दी है।

बंसल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा फिल्म की शूटिंग की मंजूरी देने के बाद फिल्म निर्माता को सुविधाएँ उपलब्ध करवाना तो दूर अपनी लापरवाही भी फिल्म निर्माता पर डाल देता है। उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति रही तो जयपुर को फिल्म सिटी बनाने का प्रयास छोड देना चाहिए।

फिल्म प्रबंधन से जुडे सूत्रों का कहना है कि वीर की शूटिंग को लेकर हुए विवाद के बाद जयपुर में आने वाले दिनों एक विदेशी फिल्म समेत दो फिल्मों के निर्माताओं ने अपनी फिल्मों की जयपुर में शूटिंग करने का इरादा बदल दिया। फिल्म निर्माता भविष्य में राजस्थान में फिल्म शूट करने से पहले हजार बार सोचेगा।

उन्होने कहा कि फिल्म शूटिंग के दौरान किसी तरह का हादसा यदि फिल्म सेट पर होता है तो उसकी जिम्मेदारी फिल्म निर्माता पर डाल कर शूटिंग की अनुमति समाप्त की जा सकती है लेकिन जिला प्रशासन की गलती या ढिलाई से हादसा हो तो उसके लिए फिल्म निर्माता क्यों भुगते।

गौरतलब है कि गुरूवार को आमेर महल में वीर फिल्म की शूटिंग के दौरान एक दीवार ढह जाने से पंद्रह लोगों के घायल होने के बाद राजस्थान उच्च न्यायालय ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेकर फिल्म की शूटिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी।