Last Modified: चाईबासा, झारखंड (भाषा) ,
रविवार, 24 अगस्त 2008 (20:00 IST)
भारतीय तीरंदाज चंपिया खिन्न
भारतीय तीरंदाज मंगलसिंह चंपिया ने देश में आधुनिक अभ्यास सुविधाओं की कमी और ओलिम्पिक खेल में हार के लिए तेज हवा को जिम्मेदार बताया।
बीजिंग ओलिम्पिक में तीरंदाजी के व्यक्तिगत स्पर्धा में रूस के बेयर बेडेनोव से 108-109 से हारने वाले चंपिया ने कहा कि बीजिंग जाने से पहले वह आधुनिक साजो सामान से ज्यादा अभ्यास नहीं कर सके थे।
मित्तल चैंपियनशिप ट्रस्ट की ओर से प्रायोजित किए गए समारोह में चंपिया ने कहा नए उपकरण के साथ अभ्यस्त होने में थोड़ा समय लगता है।
उन्होंने कहा इतने कम अंतर से हारने पर मैं काफी नाखुश हूँ। चार साल बाद होने वाले लंदन ओलिम्पिक के लिए मुझे अपनी गलतियों से सीखना होगा और कड़ी मेहनत करनी होगी।
दोहा एशियाड में काँस्य पदक जीतने वाले चंपिया का कल यहाँ भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने खेल के प्रति राज्य सरकार के रूख की आलोचना करते हुए कहा सरकार सहयोग के बिना तीरंदाजी में करियर बनाना काफी कठिन है।