तन जबलपुर में ..मन गोहद में
गोहद की जनता जनार्दन को मेरा नमस्कार। मेरा शरीर जबलपुर में है लेकिन मन गोहद में है। बारिश ने मुझे आप लोगों के बीच पहुँचने से रोक दिया है। प्रदेश की खुशहाली के लिए बारिश अत्यन्त जरूरी है। मैं बाद में जरूर आऊँगा..। अकेला नहीं, पूरी सरकार लेकर आऊँगा।ये भाषण किसी और का नहीं बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है। जो उन्होंने विधायक अजय विश्नोई के नयागाँव स्थित निवास से फोन पर गोहद की एक सभा को संबोधित करते हुए दिया। इस दौरान चौहान के एक्शन ऐसे थे, मानो कार्डलेस फोन नहीं बल्कि माईक है और सामने जनता उन्हें सुन रही है। उनकी आवाज घर की चारदीवारी को पार कर बाहर तक सुनाई दे रही थी। इस तरह दिन भर में उन्होंने छह सभाओं को संबोधित किया।महाकौशल में मूसलाधार बारिश ने उन्हें भले ही गोहद जाने से रोक दिया लेकिन वे खुश थे कि बादल जमकर बरसे। बताते हैं कि डुमना से लौटते वक्त उनके हावभाव ऐसे थे माने उनका नाचने का मन कर रहा हो। वे खासकर अधिकारियों से यह कह रहे थे 'मेरी यात्रा भले रद्द हो गई, लेकिन मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि मेरे किसान अब राहत महसूस करेंगे।' मुख्यमंत्री शाम चार बजे स़ड़क मार्ग से भोपाल रवाना हो गए।-नईदुनिया