एसआईसी की शरण में जा सकता है फोर्टिस
मलेशिया के सरकारी कोष खजाना द्वारा सिंगापुर के अस्पताल समूह पार्कवे के 70 फीसद शेयरधारकों की दावेदारी के बाद माना जा रहा है कि फोर्टिस समूह खजाना के खिलाफ नियामक एसआईसी में जाने की योजना बना रहा है और वह खजाना पर शेयरधारकों को दिग्भ्रमित करने का आरोप लगा सकता है।फोर्टिस के करीबी सूत्रों ने कहा कि कंपनी खजाना की इंटीग्रेटिड हेल्थकेयर होल्डिंग्स के खिलाफ सिंगापुर सिक्योरिटीज इंडस्ट्री काउंसिल जाएगी।इस मामले के एक करीबी सूत्र ने कहा कि खजाना ने यह नहीं बताया कि उन्होंने जिन वोटों को मिलने का दावा किया है वे फोर्टिस के प्रस्ताव से पहले के हैं या बाद के। हालाँकि इस बारे में फोर्टिस के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका। पार्कवे को खरीदने के लिए भारतीय कंपनी फोर्टिस हेल्थेयर ने प्रतिस्पर्धा बोली लगा रखी है।सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में इंटीग्रेटेड हेल्थकेयर होल्डिंग्स लि. ने कहा कि उसकी पेशकश को 604,926,786 वोट मिले जो 70 फीसद शेयरधारकों को प्रतिबिंबित करता है। हालाँकि अभी केवल पाँच फीसद शेयरधारकों से ही पुष्टि हो सकी है कि उन्होंने खजाना के प्रस्ताव को अपनी स्वीकारोक्ति दी है।खजाना ने आईएचएचएल के माध्यम से पार्कवे में 51.5 फीसद हिस्सेदारी के लिए 3.78 सिंगापुर डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 83.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की पेशकश की है। दूसरी ओर भारत की फोर्टिस ने पार्कवे ने कंपनी के शत-प्रतिशत अधिग्रहण के लिए 3.8 सिंगापुर डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 2.3 अरब अमेरिकी डॉलर की जवाबी बोली लगाई है।अपनी प्रतिक्रिया में आईएचएचएल के निदेशक क्येक पेई लिन ने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि पार्कवे के बहुसंख्यक शेयरधारकों ने हमारी पेशकश को स्वीकार किया है। आईएचएचएल की पेशकश 26 जुलाई को बंद होगी जबकि फोर्टिस की खुली पेशकश 12 अगस्त को बंद होनी है।फिलहाल फोर्टिस की पार्कवे में 25.37 फीसद हिस्सेदारी है जबकि आईएचएचएल की हिस्सेदारी 23.32 फीसद है। (भाषा)