फैशन : सैंडिल से लगें स्टाइलिश
लोगों के ठाठ-बाट की पहचान उसके पहनावे से होती है। एक समय थी जब लोगों की पहचान उसके जूतों से होती थी। धीरे-धीरे समय बीतता चला गया और पहचान का ये तरीका भी खत्म हो गया, लेकिन पैरों में पहने जाने वाला जूता और चप्पल (सैंडिल) आज भी बहुत महत्व रखता है।अब फैशन समय और मौसम के हिसाब से बदलते रहते हैं और इसे बदलने का काम करते हैं हमारे युवावर्ग। इनका अपना अलग फंडा है और वो अपने मनमुताबिक ही कुछ भी करते हैं। इन दिनों ठंड अपने शबाब पर है इसलिए शूज से काम चल रहा है मगर ठंड खत्म होते ही युवा जूते को बाय-बाय कर देते हैं और पहनना शुरू करते हैं-एक से बढ़कर एक आकर्षक रंग-बिरंगी स्टाइलिश सैंडिल और स्लीपर। एक तो यह राहत देता है, दूसरा यह लुक को और आकर्षक बनाता है। आज के युवा जेंटलमैन की अपेक्षा फंकी लुक रखना ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में जींस, टीशर्ट के साथ या बरमूडा, स्लीवलेस शर्ट के साथ सैंडिल या स्लीपर खूब जमती है। बरमूडा, स्लीवलेस शर्ट, गॉगल्स, सर पर हैट और पैरो में सैंडिल या स्लीपर का साथ युवाओं को मस्त फंकी लुक देता है। सैंडिल सिर्फ फंकी लुक ही नहीं देता है, इसे पहनकर आप स्कूल, कॉलेज या ऑफिस कहीं भी जा सकते हैं।
लड़कों के सैंडिल को अपनाने में लड़कियां भी पीछे नहीं है, लड़कियां सैंडिल और स्लीपर का जमकर इस्तेमाल कर रही हैं। अधिकांश कंपनियों ने लड़के-लड़कियों के लिए एक ही तरह के डिजाइन और रंग-रूप में सैंडिल और स्लीपर बाजार में उतारी है। एडिडास, नाइकी, रिबॉक, प्यूमा जैसे नामी गिरामी कंपनियां के सैंडिल और स्लीपर 12 सौ से 3 हजार रुपए में मिल रहा है, वहीं इन्हीं कंपनियों के मॉडल से मिलते जुलते सैंडिल और स्लीपर, स्पार्क्स, कैम्पस आदि कंपनियों में तीन सौ से छह सौ रुपए के बीच में मिल रहा है।