Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
शुक्रवार, 29 फ़रवरी 2008 (18:40 IST)
भाजपा ने लगाया वित्तमंत्री आरोप
भाजपा ने आज आरोप लगाया कि वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने बजट पेश करने से पूर्व ही बजट प्रस्ताव अपनी पार्टी (कांग्रेस) को लीक कर दिए।
वित्तमंत्री द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने के बाद पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा वित्तमंत्री ने जो कुछ भी किया है, वह उम्मीद के मुताबिक है।
उन्होंने (चिदंबरम) बजट प्रस्ताव अपनी पार्टी को लीक कर दिए जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने बजट से कुछ दिन पूर्व ही किसानों के लिए एक पैकेज की माँग की। यह तथ्य सबको मालूम है कि बजट उस समय तक छप कर तैयार हो जाता है।
पार्टी ने कहा इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के कार्यालय पर हुई नाटकीय घटनाओं से बजट प्रस्ताव लीक होने की पुष्टि होती है। पार्टी ने कहा एक पवित्र और गोपनीय दस्तावेज का दुरुपयोग और एक व्यक्ति विशेष का महिमामंडन अभूतपूर्व है।
विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि बजट में सिर्फ एक ही महत्वपूर्ण बात है। वह है किसानों के ऋण की माफी की घोषणा, लेकिन यह घोषणा भी काफी विलंब से हुई है। उन्होंने पूछा कि जो हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? संप्रग सरकार ने यह घोषणा चार साल पहले क्यों नहीं की।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार आडवाणी ने कहा कि वित्त मंत्री ने सीमांत और छोटे किसानों के ऋण माफी के काम को इस साल 30 जून तक पूरा करने की बात कही है, लेकिन उन्होंने इसे अंजाम देने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था का जिक्र नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि काफी संख्या में किसान साहूकारों से ऋण लेते हैं और ऐसे किसानों को राहत देने के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं किया गया है।
इधर बजट पर पार्टी की प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा वित्तमंत्री ने इस कार्य के लिए 60 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की है लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि यह धन कहाँ से आएगा?
बजट को निराशाजनक करार देते हुए पूर्व वित्तमंत्री सिन्हा ने कहा कि इस बजट से आर्थिक विकास को गति नहीं मिलेगी, बल्कि इससे विकास प्रक्रिया धीमी पड़ेगी। सिन्हा ने कहा कि वित्त मंत्री ने इस बजट में महँगाई को रोकने के बारे में कुछ नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि बजट में किसी भी नई ढाँचागत परियोजना की घोषणा नहीं की गई है।