मोदी की मंत्री साध्वी निरंजन का विवादास्पद बयान...
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के दिल्ली की एक चुनावी सभा में दिए एक विवादास्पद बयान से हड़कंप मच गया। साध्वी ने हालांकि बाद में अपने बयान पर खेद प्रकट किया।
साध्वी निरंजन ने सोमवार को चुनाव सभा में ये सवाल उठाया कि मां बेटे की सरकार में दामाद अरबपति कैसे बन गया। मोदीजी ने कहा है कि न खाएंगे न खाने देंगे।
उन्होंने विरोधियों को गाली देते हुए कहा कि अब आपको तय करना है कि इस बार दिल्ली में रामजादों की सरकार बनेगी या .... की सरकार।
साध्वी निरंजन ने बाद में इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मुझे अपने बयान पर कोई अफसोस नहीं है। मैने किसी का नाम नहीं लिया। देश के साथ गद्दारी करने वालों, उसे कंगाल बनाने वालों को क्या कहेंगे।
सफाई देते समय उन्होंने फिर गैर हिंदुओं पर विवादास्पद बयान ने दिया। उन्होंने कहा कि भारत में जितने भी लोग हैं सभी राम की संताने हैं। दूसरे धर्म के लोग कनवर्टेड हैं।
उन्होंने कहा, 'जो लोग बाहर से आए थे, वे तो चले गए। जिनकी पूजा पद्धति अलग है, वे लोग कन्वर्टेड हैं। सच यह है कि भारत में जो भी लोग हैं, वे राम की संतान हैं।'
आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया ने कहा, 'भाजपा का असली चरित्र यही है। उनकी भाषा से स्पष्ट होता है कि वे केंद्र में किस तरह का काम कर रहे हैं और दिल्ली में कैसा काम करेंगे।' वहीं, भाजपा ने कहा कि मंत्री के खेद प्रकट करने के बाद इस मामले को ज्यादा तुल नहीं दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस बयान पर बेहद अफसोस जताते हुई इसकी कड़ी निंदा की है। अल्वी ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी को इसमें दखल देना चाहिए। अल्वी ने कहा कि भाजपा इसी तरह की नफरत की राजनीति करती है। यूपी में भी बीजेपी ने यही किया। ये पूरी सरकार का भाषण है, अकेले मंत्री का नहीं है।