बॉलीवुड के सबसे बुरे रीमेक
- विपुल रेगे
साल के पहले शुक्रवार रिलीज हुई फिल्म प्लेयर्स सुपर फ्लाप साबित हुई। इस फिल्म को द इटालियन जॉब का रिमेक बताकर बेचा गया था। हॉलीवुड फिल्मों की नकल का चलन बहुत पुराना है। कुछ निर्देशकों ने तो अंग्रेजी माल को बेहतरीन ढंग से पेश किया, लेकिन कुछ नाकाम रहे। आज के युवा में जानिए ऐसी कुछ रीमेक फिल्मों के बारे में, जो इतनी बुरी तरह से पिटी कि अपनी लागत भी वसूल नहीं कर पाई। हॉलीवुड का माल इस्तेमाल करने वाले निर्देशकों में अब्बास-मुस्तन का नाम सबसे ऊपर आता है। बाजीगर, टार्जन द वंडर कार, रेस लगभग सभी फिल्में किसी हॉलीवुड की हिट फिल्म की नकल है। अब तो बड़े पैमाने पर अंग्रेजी माल धड़ल्ले से उठाया जा रहा है। कुछ निर्देशक इसे इंस्पिरेशन का नाम देते हैं, लेकिन इंस्पिरेशन के नाम पर दृश्यों सहित फिल्मों को कॉपी किया जा रहा है। जब बॉलीवुड ने देखा कि अंग्रेजी माल से दर्शक ऊब रहे हैं तो उन्होंने साऊथ की हिट फिल्मों की नकल शुरू कर दी है। इंडस्ट्री में ओरिजनल कहानी पर फिल्म बनाने वाले चंद निर्देशक ही बचे हैं। रॉकस्टार के बाद इम्तियाज अली भी एक कोरियाई फिल्म माई गर्लफें्रड इज एन एजेंट का रीमेक बनाने जा रहे हैं। मतबल सीधा और साफ है कि पुरानी फिल्मों की कहानियाँ और स्क्रीन-प्ले बहुत दमदार होता था, वैसा विजन नए निर्देशकों में कम ही दिख रहा है। थ्री इडियट्स की रीमेक के लिए हॉलीवुड के निर्माता आगे आए हैं। वे इसे बड़े बजट के साथ परदे पर लाना चाहते हैं। अफसोस कि हमारे पास एक ही राजकुमार हीरानी हैं।तीस मार खाँ (2010)निर्देशक फराह खान ने 1966 की ब्रिटिश-इटैलियन फिल्म ऑफ्टर द फॉक्स के अधिकार खरीदे और साल की बेहद घटिया फिल्म तीस मार खाँ बना डाली। ऑफ्टर द फॉक्स भी एक कॉमेडी फिल्म थी और बॉक्स ऑफिस पर एवरेज सफलता ही दर्ज कर पाई थी। फराह खान इसे इंडियन ट्रीटमेंट देने में पूरी तरह नाकाम रही। फिल्म पहले ही हफ्ते में औंधे मुँह गिरी।लव स्टोरी 2050 (2008)निर्देशक हैरी बावेजा ने अपने बेटे को लाँच करने के लिए हॉलीवुड साइंस फिक्शन टाइम मशीन का रीमेक लव स्टोरी 2050 के रूप में बनाया। टाइम मशीन को वास्तविक बनाने के लिए विज्ञान का सहारा लिया गया था, लेकिन हैरी ने मूल कहानी में बदलाव किया और बेकार स्पेशल इफेक्ट्स का प्रयोग किया। नतीजा फिल्म साल की सुपर फ्लॉप फिल्मों में शामिल हो गई। द किलर (2006)निर्देशक हसनैन हैदराबादवाला ने इरफान खान और इमरान हाश्मी को मेन लीड में लेकर टॉम क्रूज की हिट फिल्म कोलेट्रेल की रीमेक बनाई। किलर किसी भी रूप में टॉम क्रूज की फिल्म के नजदीक भी नहीं ठहर पाई। इरफान खान अंग्रेजी फिल्म में निभाए टाम के मुख्य किरदार के साथ रीमेक में न्याय नहीं कर सके। तीस करोड़ के बजट की यह फिल्म लागत भी वसूल नहीं कर पाई।दिल बोले हड़िप्पा (2009) यशराज बैनर की दिल बोले हड़िप्पा रानी मुखर्जी की वापसी की फिल्म थी। हॉलीवुड की हिट फिल्म शी इज मैन से पूरी तरह प्रेरित यह फिल्म पहले दिन ही दर्शकों के दिल से उतर गई। निर्देशक अनुराग सिंह मूल फिल्म के निर्देशक एंडी फिकमेन की बराबरी नहीं कर सके। रानी मुखर्जी मुख्य किरदार के रूप में असफल साबित हुई। दिल बोले हड़िप्पा का यह हादसा यशराज को आर्थिक रूप से बहुत चोट पहुँचा गया। आबरा का डाबरा (2004) हैरी पॉटर की विश्वव्यापी सफलता को देख कर निर्देशक धीरज कुमार ने उसकी हिन्दी नकल बनाने का प्रयास किया। आबरा का डाबरा को बच्चों सहित हर दर्शक वर्ग ने नकार दिया। हैरी पॉटर की भव्यता को कम बजट में बनाना निहायत ही बचकाना काम था। धीरज कुमार फिल्म के किसी भी डिपार्टमेंट में हैरी की बराबरी नहीं कर सके। हैरी पॉटर एंड द फिलॉसाफर्स स्टोन की ये भौंडी नकल बॉक्स आफिस पर कोई हंगामा नहीं मचा सकी।ये भी कम बुरे नहीं * मालामाल * मैं आजाद हूँ * क्रिमिनल* काँटे * मेरे यार की शादी है * बाजीगर * टार्जन द वंडर कार * जोश * गॉड तुस्सी ग्रेट हो * चॉकलेट* आरजीवी की आग