महिला दिवस पर विशेष गीत
(फिल्म : आखिर क्यों)
कोमल है तू कमजोर नहीं तू, शक्ति का नाम ही नारी हैजग को जीवन देने वाली, मौत भी तुझसे हारी हैसतियों के नाम पे तुझे जलाया, मीरा के नाम पे जहर पिलाया, सीता जैसे अग्नि परीक्षा जग में अब तक जारी हैकोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम नारी हैइल्म हुनर में .... दिल दिमाग मेंकिसी बात में कम तो नहींपुरुषो वाले ... सारे ही अधिकारों की अधिकारी है, कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम नारी हैजग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है... बहुत हो चुका ..... अब मत ना सहनातुझे इतिहास बदलना है नारी को कोई कह ना पाए ... अबला है, बेचारी हैकोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम नारी हैजग को जीवन देने वाली, मौत भी तुझसे हारी है, कोमल है तू कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम ही नारी हैजग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है