सीनियर IAS अधिकारी पढ़ा रहा था कट्टरता का पाठ, योगी सरकार ने गठित की SIT
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया गया है कि मो. इफ्तिखारुद्दीन नामक एक आईएएस अधिकारी कुछ लोगों को अपने ही सरकारी बंगले पर कट्टरता का पाठशाला चलाता हुए दिखाई दे रहा है। आरोप है कि यह अधिकारी लोगों को धर्मांतरण के लिए भी प्रेरित करता था।
जानकारी के मुताबिक यह वीडियो उस समय का है, जब आईएएस अधिकारी मो. इफ्तिखारुद्दीन कानपुर के मंडलायुक्त थे। यह वीडियो उनके सरकारी आवास का बताया जा रहा है। यहां पर लगातार इस्लाम की शिक्षा देने की क्लास चलती थी। आरोप है कि यहां मुस्लिमों को कट्टर बनाने के साथ ही हिन्दुओं के धर्मांतरण की बातें भी सिखाई जाती थीं।
वीडियो में यह आईएएस अधिकारी कहते हुए नजर आ रहा है कि सारी जाति अल्लाह की है, पूरी जमीं पर अल्लाह का निजाम दाखिल होना है। यहां बैठे सभी लोगों को यह काम करना चाहिए। सबको अल्लाह और रसूल के मिशन के बारे में बताना चाहिए।
एसआईटी करेगी जांच : इस बीच, इफ्तिखारुद्दीन का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की योगी सरकार ने पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराने का फैसला लिया गया है। इससे पहले कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने एडिशनल डीसीपी सोमेंद्र मीणा को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था।