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Last Updated : बुधवार, 9 मार्च 2022 (20:26 IST)

मतगणना से पहले बनारस के EVM प्रभारी पर गिरी गाज, सोनभद्र में SDM को हटाया

मतगणना से पहले बनारस के EVM प्रभारी पर गिरी गाज, सोनभद्र में SDM को हटाया - Banaras EVM officer removed before counting, SDM removed in Sonbhadra
लखनऊ। बनारस और सोनभद्र में वोटिंग मशीन (EVM) पकड़े जाने के मामले में चुनाव आयोग ने बनारस के ईवीएम  प्रभारी को हटा दिया गया। वहीं सोनभद्र के एसडीएम को भी आयोग के निर्देश पर पद से हटा दिया है। अब श्याम प्रताप सिंह घोरावल सोनभद्र के नए एसडीएम होंगे। आपको बता दें कि इस घटना के सामने आने के बाद वेबदुनिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। निर्वाचन आयोग के अनुसार दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मेरठ में विशेष अधिकारी के रूप में बिहार के सीईओ को वाराणसी में मतगणना पर्यवेक्षक के तौर पर तैनात किया गया। 
 
दरअसल, मंगलवार को सपा ने आरोप लगाया था कि वाराणसी, बरेली, भदोही समेत कई जिलों में भाजपा सरकार की मिलीभगत से ईवीएम में गड़बड़ी कराने की कोशिश की गई थी। इसके बाद अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मतगणना स्थलों के बाहर निगरानी करें। अखिलेश के आहवान का नतीजा था कि सारे कार्यकर्ता मतगणना स्थलों के बाहर बैठे हुए हैं। 
इस बीच, सपा कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों के बिना रोक-टोक आने का विरोध किया। मुरादाबाद में भी स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इस बीच, चुनाव आयोग ने वाराणसी के ईवीएम अधिकारी और सोनभद्र के एसडीएम रमेश कुमार को हटा दिया गया है। 
 
क्या है पूरा मामला : वाराणसी में मतदान के 24 घंटे बाद ही सपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पहड़िया मंडी में बने मतगणना केंद्र के बाहर मंगलवार को जमकर हंगामा किया है। हंगामे के चलते कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।
 

सपाइयों ने पहडिया मंडी के बाहर गाड़ियों के अंदर रखी EVM को पकड़ा और आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर पुलिस-प्रशासन शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम को बदलने के प्रयास कर रहा है। हालांकि इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी/कलेक्टर कौशलराज शर्मा ने इन आरोपों को निराधार बताया।
 
7 मार्च को मतदान पूरा होने के बाद आठों विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम मशीनों को पहड़िया मंडी के स्ट्रांग रूम में रखा गया है। लेकिन इस मतगणना स्थल के बाहर मंगलवार की शाम 4 गाड़ियां मंडी परिसर से बाहर आईं। इन गाड़ियों में से एक गाड़ी बैरिकेडिंग से टकरा गई। गाड़ी टकराने की आवाज सुनते ही मतगणना स्थल के बाहर निगरानी के लिए बैठे सपाई भौंचक्के रह गए। जैसे ही वह गाड़ी के पास पहुंचे तो उसमें में ईवीएम रखी दिखाई दी।
सपा कार्यकर्ताओं ने ने गाड़ी में ईवीएम देखते ही गाड़ी को चारों तरफ घेर लिया। देखते ही देखते यह खबर सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गई और सपा और सुभासपा कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंचकर हंगामा करते हुए मतगणना स्थल के बाहर धरने पर बैठ गए है। शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन से समाजवादी पार्टी उम्मीदवार किशन दीक्षित और बीजेपी प्रत्याशी व यूपी के मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी के बीच कड़ा मुकाबला है।
 
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि किशन दीक्षित इस सीट पर भारी मतों से जीत हासिल करेंगे। मंगलवार रात को पहडिया मंडी के स्ट्रांग रूम के बाहर पुलिस-प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। सपा कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें स्ट्रांग रूम के बाहर चौकीदारी की इजाजत दी जाए। वहीं वाराणसी में ईवीएम लदी गाड़ी के मामले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार और यहां के डीएम पर कई आरोप लगाए। अखिलेश यादव ने कहा कि काउंटिंग से पहले ही बेईमानी की तैयारी हो रही है।
 
अखिलेश ने प्रश्न उठाते हुए कहा है कि प्रशासन बताए कि ये ईवीएम लदीं 3 गाड़ियां कहीं भेजी जा रही थी क्या? हमारे सजग कार्यकर्ताओं ने 1 गाड़ी पकड़ ली जबकि 2 गाड़ियां वहां से भाग गईं। हैरत की बात तो यह है कि मतगणना स्थल पर रखी ईवीएम मशीनों की निगरानी के लिए इतनी फोर्स लगा रखी है और फोर्स के बाद भी ऐसा कैसे हो रहा है?
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