बहराइच में हिंसा पर सियासी बवाल, अखिलेश यादव ने चुनाव से जोड़ा कनेक्शन
Bahraich news in hindi : बहराइच में प्रतिमा विसर्जन के दौरान युवक की मौत बाद तीसरे दिन भी तनाव मचा हुआ। इस मामले में प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है। सपा प्रमुख अखिलेश और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार और प्रदेश की कानून व्यवस्थान पर सवाल उठाए हैं।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर फिर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'चुनाव का आना और सांप्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफाक नहीं है। जनता सब समझ रही है. हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है, सब जानते हैं। ये उप चुनाव की दस्तक है।
उन्होंने कहा कि दिखावटी कानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख्ता इंतजाम करे तो सब सही हो जाएगा लेकिन ऐसा होगा तब ही जब ये सरकार चाहेगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर हो जाना चिंताजनक है। ऐसे हालात के लिए शासन-प्रशासन की नीयत व नीति पक्षपातपूर्ण नहीं बल्कि पूरी तरह से कानूनवादी होना चाहिए, ताकि संबंधित मामला गंभीर नहीं हो तथा शांति व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।
उन्होंने कहा कि साथ ही, त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शांति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है। ऐसे अवसर पर विशेष प्रबंध जरूरी हैं। यदि ऐसी जिम्मेदारी निभाई गयी होती तो बहराइच की घटना कभी घटित नहीं होती। सरकार हर हाल में अमन-चैन व लोगों के जान-माल व मजहब की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बहराइच में स्थिति नियंत्रण में है। घटना के उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी, हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि दंगा फसाद समाजवादी पार्टी के DNA में है। हमारी प्रतिबद्धता राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में है।
गौरतलब है कि बहराइच में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और पथराव और गोलीबारी में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। एहतियात के तौर पर बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta