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Last Modified: गुरुवार, 2 जनवरी 2020 (14:08 IST)

खुशखबर, 1 मार्च से सस्ता हो जाएगा केबल टीवी देखना, 130 रुपए में देख सकेंगे 200 चैनल्स

खुशखबर, 1 मार्च से सस्ता हो जाएगा केबल टीवी देखना, 130 रुपए में देख सकेंगे 200 चैनल्स - TRAI changes DTH rules, NCF charges for 200 channels now slashed to Rs 130
भारतीय केबल टीवी ग्राहकों के लिए नया साल खुशखबर लेकर आ रहा है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने केबल टीवी और डीटीएच (DTH) ग्राहकों को नए साल का गिफ्ट दिया है। अब आप कम पैसों में ज्यादा से ज्यादा चैनलों का मजा ले सकेंगे। नए नियमों से 1 मार्च से केबल टीवी देखना सस्ता हो जाएगा।
 
ट्राई की नई टैरिफ पॉलिसी के अनुसार अनुसार 1 मार्च से 130 रुपए (टैक्स के बिना) में ग्राहकों को कम से कम 200 फ्री टू एयर चैनल देखने को मिलेंगे।
 
अभी 130 रुपए में सिर्फ 100 चैनल मिलते थे। इसके अलावा केबल टीवी उपभोक्ताओं को ये फायदे भी मिलेंगे। ऑपरेटर सभी फ्री टू एयर चैनल दिखाने के लिए भी 160 रुपए प्रतिमाह से ज्यादा आपसे नहीं ले पाएंगे।
 
ट्राई ने साफ किया है कि कंपनियों को टैरिफ की जानकारी 15 जनवरी तक अपनी वेबसाइट पर डालनी होगी। 30 जनवरी तक दोबारा सभी चैनल की रेट लिस्ट सामने आएगी। इससे उपभोक्ता को चैनल चुनने में आसानी होगी।
 
एक ही घर या ऑफिस में एक से अधिक कनेक्शन लेने पर 40 प्रतिशत छूट देने की बात कही गई है। अब केबल कंपनियों को ऐसा कनेक्शन देने पर कीमतों में कमी करनी होगी। अभी दोनों से समान पैसा वसूला जाता है।
 
ट्राई ने स्पष्ट किया है कि इन चैनलों में वे चैनल शामिल नहीं हैं जिन्हें सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अनिवार्य घोषित किया है। दूरदर्शन से जुड़े ऐसे चैनलों की संख्या 26 है।
 
ट्राई की नई टैरिफ पॉलिसी के मुताबिक कोई भी केबल ऑपरेटर अपने एक प्लेटफॉर्म पर सभी फ्री टू एयर चैनलों के लिए प्रतिमाह 160 रुपए ज्यादा नहीं ले पाएंगे।
 
12 रुपए से अधिक कीमत वाले सभी टीवी चैनल किसी भी बुके का हिस्सा नहीं होंगे। यानी अब चैनल की कॉस्ट 19 रुपए से घटकर 12 रुपए पर आ गई है। इन चैनल्स को ग्राहक अलग से ले सकेंगे।
 
वे केबल चैनल जो 12 रुपए या उससे कम की कीमत वाले हैं उनके लिए एक अलग से ग्रुप बनाया जा सकता है। इस नियम से सस्ते टीवी चैनल देखने वालों को काफी राहत मिलेगी क्योंकि एक चैनल का नाम लेकर कई ऑपरेटर कई ऐसे चैनलों का ग्रुप बना देते थे जिसे ग्राहक देखना नहीं चाहता था। ट्राई ने पिछले साल नई टैरिफ व्यवस्था लागू की थी, जिसमें दर्शक केवल उन्हीं चैनल के लिए पैसे देंगे, जिन्हें देखना चाहते हैं।
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