Ayushman Bharat Digital Mission : यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड योजना, कैसे बनेगा Digital Health Card? जानिए प्रक्रिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने पिछले साल 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) घोषणा की थी। इस अभियान को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 6 केंद्रशासित प्रदेशों में चलाया जा रहा है। अब यह पूरे देश में लागू हो गई है। जानिए आखिर क्या है पूरी योजना और इस योजना में कैसे बनेगा आपका हेल्थ कार्ड?
क्या है यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड (digital health card) : प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत एक यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा, जो एक तरह का स्वास्थ्य पहचान-पत्र होगा। ये आधार कार्ड जैसा ही होगा, जिसका 14 अंकों का रैंडम तरीके से जनरेट किया एक नंबर होगा। इसके जरिए किसी भी मरीज की निजी मेडिकल हिस्ट्री पता चल सकेगी।
यह कार्ड आधार के जरिए भी बनाया जा सकेगा और सिर्फ मोबाइल नंबर से भी बनाया जा सकेगा। यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि अगर आप देश के किसी भी कोने में इलाज के लिए जाएंगे तो आपको कोई जांच रिपोर्ट या पर्ची आदि नहीं ले जानी होगी। आपकी सारी जानकारी हेल्थ कार्ड में मौजूद होगी। डॉक्टर सिर्फ आपकी आईडी से ये जान सकेंगे कि आपको पहले कौन-सी बीमारी रही है और आपका कहां पर क्या इलाज हुआ था। इससे आपको आपकी जांचों और मेडिकल से जुड़ी फाइलों और कागजों को रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
कैसे बनेगा आपका हेल्थ कार्ड : एक बेहद आसान प्रक्रिया से आपका डिजिटल हेल्थ कार्ड बन जाएगा। इसके लिए सबसे पहले आपको नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की वेबसाइट ndhm.gov.in पर जाना होगा। यहां पर आपको यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाने का विकल्प (Create Health ID) दिखेगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपका कार्ड बनने की प्रोसेस शुरू हो जाएगी।
देनी होंगी ये जानकारियां : सबसे पहले तो आपसे आधार कार्ड की जानकारी ही मांगी जाएगी। आपको अपना आधार नंबर डालना होगा और उसके बाद ओटीपी डालकर वेरिफाई करना होगा। बिना आधार की जानकारी दिए हेल्थ कार्ड बनाने का ऑप्शन भी आप चुन सकते हैं। आप चाहे तो सिर्फ अपना मोबाइल नंबर बताकर भी हेल्थ कार्ड बनवा सकते हैं।
ओटीपी से होगा वेरिफाई : मोबाइल नंबर देने के बाद आपको उसे ओटीपी के जरिए वेरिफाई करना होगा। आपको अपने प्रोफाइल के लिए एक फोटो, अपनी बर्ड डेट, पता सहित कुछ जानकारियां देनी होंगी। इसके लिए आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा। इसमें आपको पूरी जानकारियां देनी होंगी।
इसे भरते ही आपके सामने एक हेल्थ आईडी कार्ड बनकर आ जाएगा। इसमें आपकी जानकारियां, फोटो और साथ ही एक क्यूआर कोड होगा। यह कार्ड आपके हेल्थ का पूरा डिजिटल डेटा होगा जिससे आपको भविष्य में स्वास्थ्य से संबंधित सुविधाएं मिलेंगी।