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Last Modified: मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021 (20:42 IST)

चुनाव : क्या है यूपी का मूड, दिल्ली की तर्ज पर AAP उत्तरप्रदेश में चुनावी नैया पार लगाने को तैयार

चुनाव : क्या है यूपी का मूड, दिल्ली की तर्ज पर AAP उत्तरप्रदेश में चुनावी नैया पार लगाने को तैयार - Uttar Pradesh Aam Aadmi Party
लखनऊ। मुफ्त बिजली पानी मुहैया कराने के वादे के साथ दिल्ली की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भी दिल्ली मॉडल के सहारे अपनी चुनावी नैया पार लगाने की रणनीति बनायी है।
 
मुफ्त बिजली के बाद मुफ्त धार्मिक यात्रा के लोक लुभावन वादे ने आम लोगों का ध्यान दिल्ली की सत्ता में काबिज इस पार्टी की ओर खींचा है। पार्टी राज्य की सभी 403 विधानसभा सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान पहले ही कर चुकी है। 
 
उत्तरप्रदेश में सत्ता सुख भोग चुकी अथवा भोग रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा),समाजवादी पार्टी (सपा),कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसे धुरंधरों को ‘आप’ चुनौती देने को तैयार है जिसका नेतृत्व पार्टी सांसद संजय सिंह के कंधों पर हैं जो कानून व्यवस्था,भ्रष्टाचार,महिला उत्पीड़न और किसान हिंसा जैसे कुछ एक मुद्दों पर मौजूदा भाजपा सरकार को घेरने की सफल कोशिश कर चुके हैं।
 
पिछले एक साल के दौरान पार्टी ने संगठनात्मक ढांचे की मजबूती पर विशेष तव्वजो दी है जिसके परिणामस्वरूप इसी साल मई में संपन्न पंचायत चुनाव में ‘आप’ का प्रदर्शन काबिल ऐ तारीफ रहा है। पार्टी का दावा है कि उसने जिला पंचायत सदस्य की 83, ग्राम प्रधान की 300 और क्षेत्र पंचायत की 232 सीटों पर जीत हासिल की है। पार्टी के यूपी प्रभारी ने यह भी वादा किया है कि पंचायत चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव का टिकट देने में वरीयता दी जायेगी। इसी रणनीति के तहत पार्टी अब तक दो चरणों में 170 संभावित उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा कर चुकी है।
 
धर्म जाति की राजनीति के लिये माने जाने वाले इस राज्य में पार्टी ने 170 संभावितों में से करीब एक तिहाई सीटों पर पिछड़ों को टिकट देने में दिलचस्पी दिखाई है जबकि अन्य पर अल्पसंख्यक,दलित और सवर्ण जाति के उम्मीदवारों को जगह दी गयी है।
 
घनी आबादी वाले उत्तर प्रदेश के आम मतदाता से जुड़ने की कड़ी में पार्टी ने पिछले दिनो सदस्यता अभियान की शुरूआत की थी जिसमें एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस अभियान के जरिये पार्टी ने लोगों के बीच अपनी पहचान दर्ज करने की सफल कोशिश की है।
 
पिछले महीने लखनऊ के दौरे पर आये दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर ऐलान किया था कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली फ्री में दी जाएगी और पहले के बकाया बिल को माफ कर दिया जायेगा। किसानो को कृषि कार्यों के लिये फ्री और निर्बाध बिजली देने का वादा किया गया है।
 
मुफ्त की रणनीति को विस्तार देते हुए आज अयोध्या में आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि यदि उनकी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में आती है, तो राम भक्तों को अयोध्या की यात्रा मुफ्त करायी जायेगी। यह यात्रा कोई साधारण नहीं बल्कि राजशी ठाठबाठ से होगी जिसमें एयरकंडीशन बस अथवा ट्रेन से सफर और रहने खाने का बेहतर प्रबंध किया जायेगा।
 
दिल्ली की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में शिक्षा एवं स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की बात भी आप नेता समय समय पर करते रहे हैं। पिछले महीने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा को दयनीय बताते हुए कहा था कि उनकी पार्टी की सरकार आने पर दिल्ली की तर्ज पर यूपी के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया जायेगा। उनकी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल सुधार करेगी।
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