हम भी कुछ खुश नहीं वफा करके
हम भी कुछ खुश नहीं वफा करके तुमने अच्छा किया निबाह न की -
मोमिन अर्थ - अर्थ सीधा साफ है। हम भी आपसे दोस्ती करके खुश नहीं हैं और आपने अच्छा किया जो इस दोस्ती को नहीं निभाया। इस तरह के इकहरे शेर सपाटबयानी का शिकार माने जाते हैं। मगर इस शेर में सपाटबयानी भी बड़ी बेबाकी के साथ है। आम तौर पर इस तरह की बातें शायरी के मिज़ाज का उस वक्त हिस्सा नहीं थी, जब मोमिन ने ये शेर कहा था। वफा का अर्थ प्यार से है। इसे लोग निष्टा से जोड़ते हैं। जैसे - कुत्ता बड़ा वफा़दार जानवर होता है। यहाँ अर्थ मालिक के प्रति निष्ठा से है, जबकि उर्दू शायरी में वफ़ा प्यार के लिए भी इस्तेमाल होता है।