गुरुवार, 21 नवंबर 2024
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Teej 2023: तीज पर बनाएं ये 5 स्पेशल डिशेज, नोट करें रेसिपी

Teej 2023: तीज पर बनाएं ये 5 स्पेशल डिशेज, नोट करें रेसिपी - Teej 2023 Special Food
Teej special dishes : भारत में कई व्रत-त्योहार ऐसे होते हैं, उसमें तरह-तरह के व्यंजन बनाकर पर्व को मनाया जाता है। उन्हीं में से एक खास पर्व हैं तीज। जी हां, फिर चाहे हरियाली तीज, सिंघारा तीज, श्रावणी तीज या हरतालिका तीज हो...। इन सभी पर्वों पर महिलाएं घर में कई तरह के व्यंजन बनाकर इसे बड़े उल्लासपूर्वक मनाती है।

यहां हम आपके लिए खास तौर पर लेकर आए हैं तीज पर बनाई जाने वाली 5 स्पेशल मिठाइयों के बारे में...
 
1. बासमती खीर
 
सामग्री : 2 लीटर गाढ़ा दूध, 2 मुट्ठी बासमती चावल, पाव कटोरी मेवे की कतरन, 4 बड़े चम्मच शकर, आधा चम्मच पिसी इलायची और 3-4 लच्छे केसर, चुटकी-भर मीठा पीला रंग।
 
विधि : सबसे पहले खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। अब दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद शकर डाल दें और शकर गलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं। जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें। एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। तत्पश्चात केसर घोंटें और उबलती खीर में डाल दें। तैयार खीर से भोग लगाएं।

2. केसरी भात
 
सामग्री : 1 कटोरी बासमती चावल, डेढ़ कटोरी शकर, इलायची पाउडर आधा चम्मच, 5-7 केसर के लच्छे, मीठा पीला रंग चुटकी भर या आधा चम्मच हल्दी, 15-20 किशमिश (गुनगुने पानी में भीगे हुए), 1 चम्मच घी, 2-3 लौंग, मेवे की कतरन (पाव कटोरी)।
 
विधि : मीठे चावल बनाने के पूर्व 1 घंटे तक गलाकर रखें। अब एक बड़े मर्तबान में पानी उबाल लें। उसमें हल्दी डालें और चावल पकाकर थाली में ठंडा होने के लिए रख दें। दूसरी ओर एक से डेढ़ तार की चाशनी तैयार कर लें। उसमें पके चावल डालकर कुछ देर चलाएं। अब इलायची एवं मीठा रंग मिलाएं। एक पैन या कड़छी में अलग से घी गर्म करके उसमें लौंग डालें और ऊपर से चावल पर बुरकाएं, साथ ही मेवे की कतरन और भीगे हुए किशमिश भी डालें और मिलाकर ठंडा या गर्म जैसे चाहे शाही केसरी भात पेश करें।

3. रवा लड्‍डू
 
सामग्री : 500 ग्राम सूजी (रवा), 500 ग्राम घी, 400 ग्राम शकर का बूरा, 20-25 किशमिश, इलायची पाउडर एवं गुनगुना पानी।
 
विधि : सूजी को छानकर उसमें 2-3 बड़े चम्मच गरम घी का मोयन डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब सूजी को गुनगुने पानी से कड़ा गूंध लें। एक कढ़ाई में घी गरम रखें और आटे के बड़े-बड़े मुठिए बनाकर धीमी आंच पर तल लें।
 
अब तले मुठिए को हाथ से बारीक मसलकर उसका रवा तैयार करके बारीक चलनी से छान लें। जब सारे मुठिए का जब रवा तैयार हो जाए तब उसे थोड़ी देर ठंडा होने के लिए रख दें। अब उसमें शकर का बूरा, इलायची पाउडर डालकर मिश्रण को एकसार कर लें। अब अगर जरूरत हो तो और घी मिलाती जाएं, ताकि लड्‍डू आसानी से बन सकें। लड्‍डू बनाने के बाद ऊपर से एक-एक किशमिश चिपका दें। लीजिए तैयार है लाजवाब रवा लड्‍डू।

4. काजू बर्फी
 
सामग्री : 1 कप पिसा हुआ काजू, 5-6 बड़े चम्मच शुगर फ्री, 4-5 केसर के लच्छे, पानी आवश्यकतानुसार, आधा चम्मच इलायची पाउडर और चांदी का वर्क।
 
विधि : एक कढ़ाई में पानी, शुगर फ्री और केसर डालें। पानी में शुगर फ्री पूरी तरह से घुलने तक चलाएं। अब उसमें इलायची पाउडर डालें। मिश्रण गाढ़ा होने पर थोड़ा-थोड़ा करके पिसा काजू डालें, लगातार चलाती रहें ताकि गुठलियां ना पड़ें, अच्छी तरह मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं।
 
अब तैयार मिश्रण को ठंडा करने के लिए रख दें। मिश्रण ठंडा हो जाने पर एक थाली में घी का हाथ घुमाएं और तैयार मिश्रण को पूरी तरह एक जैसा फैला दें। अब ऊपर से चांदी का वर्क लगाएं और अपनी पसंदानुसार चाकू की सहायता से काजू बर्फी कतली के काट लें। घर पर आसान तरीके से तैयार की गई इस बर्फी का भगवान को भोग लगाकर सर्व करें। 

5. मेवायुक्त घेवर
 
सामग्री : डेढ़ कटोरी मैदा, 2 कप पानी, डेढ़ बड़ा चम्मच जमा गाढ़ा घी, डेढ़ कप बर्फ का ठंडा पानी, घी, सवा 2 कटोरी शकर, गुलाब पत्ती, चुटकी भर पीला रंग, कटे हुए पिस्ता व बादाम, 1 मटका रखने वाली रिंग।
 
विधि : सबसे पहले जमा हुआ गाढ़ा घी लेकर एक बर्तन में बर्फ के ठंडे पानी के साथ खूब फेंटिए। करीबन 5-10 मिनट बाद घी में से पानी बाहर निकल जाता है। अब पानी निथारकर इसमें थोड़ा-थोड़ा कर मैदा मिलाकर फेंटिए। जब भजिए से भी पतला घोल तैयार हो जाए, तब छोटी कढ़ाई में मटका रखने वाली रिंग रखें। इसमें घी डालकर गर्म करें। जब घी अच्छी तरह गर्म हो जाए, तब रिंग के बीच में धीरे-धीरे धार-सी बनाते हुए मैदे का घोल छोड़ें। रिंग करीब आधा डूबा होना चाहिए। हल्का बादामी होने लगे, तब सलाई की सहायता से घेवर उठा लीजिए। घेवर पर 3-4 बार डेढ़ तार की गर्म चाशनी डालें और तैयार घेवर को मेवे से सजाएं और पर्व का आनंद लें।