हॉकी विश्व कप में जर्मनी ने जीत की लय रखी कायम, मलेशिया को हराकर क्वार्टर फाइनल में
भुवनेश्वर। ओलंपिक कांस्य पदकधारी जर्मनी ने जीत की लय कायम रखते हुए रविवार को यहां कड़े मुकाबले में मलेशिया को 5-3 से हराकर पूल डी में शीर्ष स्थान हासिल किया और सीधे पुरुष हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
जर्मनी पूल के 3 मुकाबलों में 9 अंक लेकर पहले स्थान पर रहा। दुनिया की 6ठे नंबर की टीम जर्मनी के लिए टिम हर्जब्रुच ने दूसरे और 59वें मिनट में और क्रिस्टोफर रूहर ने 14वें और 18वें मिनट में 2-2 गोल दागे जबकि मार्को मिल्टकाऊ ने 39वें मिनट में गोल किया। मलेशिया के लिए सभी तीनों गोल पेनल्टी कॉर्नर से आए जिसमें राजी रहीम ने 26वें और 42वें मिनट में तथा नबील नूर ने 28वें मिनट में गोल किया।
इस जीत से जर्मनी की टीम 2 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना और मेजबान भारत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। एशियाई खेलों की रजत पदकधारी मलेशिया की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई, क्योंकि वह पूल डी में महज एक अंक लेकर खराब गोल अंतर से अंतिम स्थान पर रही।
अब कोई चमत्कार ही मलेशिया को बचा सकता, अगर नीदरलैंड्स की टीम पाकिस्तान को कम से कम 8 गोल या इससे ज्यादा अंतर से हरा दे। दोनों टीमों को मैच में मौके मिले लेकिन जर्मनी की टीम गोल करने में माहिर निकली। जर्मनी ने हर्जब्रुच और रूहर की बदौलत 18 मिनट के अंदर 3-0 से बढ़त बना ली थी लेकिन मलेशियाई टीम ने शानदार वापसी की और 28वें मिनट में रहीम और नूर के गोल की सहायता से अंतर 2-3 कर दिया।
जर्मनी की टीम ने मलेशियाई डिफेंस की गलतियों का फायदा उठाया, मिल्टकाऊ ने 39वें मिनट में निकलस वालेन के बेहतरीन प्रयास को गोल में बदला। मलेशिया ने हालांकि हार नहीं मानी और रहीम के पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल से अंतर 3-4 कर दिया।
पर अंत में जर्मनी का दबदबा जारी रहा जब मिल्टकाऊ ने सीटी बजने से महज 1 मिनट पहले जवाबी हमले में गोल दागा और मलेशिया की वापसी की उम्मीदों को करारा झटका दिया। मलेशिया को मैच के दौरान 8 पेनल्टी कॉर्नर जबकि जर्मनी को 7 पेनल्टी कॉर्नर मिले।