मुंबई। देश के शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार 6ठे कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा। सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने तथा व्यापार घाटा कम होने से बाजार में तेजी रही।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 38,369.59 अंक के उच्चस्तर तक पहुंचा, हालांकि निवेशकों द्वारा लाभ वाले शेयरों में मुनाफा काटने से सेंसेक्स 37,952.10 अंक के नकारात्मक दायरे में भी आया। अंत में सेंसेक्स 70.75 अंक या 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 38,095.07 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 35.35 अंक या 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,462.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने 11,530.15 अंक का उच्चस्तर तथा 11,412.50 अंक का निचला स्तर छुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस में सबसे अधिक 2.84 प्रतिशत का लाभ रहा। अन्य कंपनियों में पॉवरग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, सन फार्मा तथा यस बैंक के शेयर 2.29 प्रतिशत तक चढ़ गया।
वहीं दूसरी ओर मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एलएंडटी, इन्फोसिस, वेदांता लि., बजाज ऑटो, टीसीएस, एचडीएफसी, ओएनजीसी, कोल इंडिया और हिन्दुस्तान यूनिलीवर के शेयर 2.56 प्रतिशत तक टूट गए।
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा कि अक्टूबर, 2018 से निफ्टी 15 प्रतिशत या 1,500 अंक चढ़ चुका है। बाजार का आंतरिक आधार 2017 के बाद से सबसे अच्छी स्थिति में है। इस बीच शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 4,323.49 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,130.36 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि व्यापार घाटा कम होने तथा विदेशी कोषों के सतत प्रवाह से बाजार धारणा को बल मिला। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार फरवरी में निर्यात 2.44 प्रतिशत बढ़ा। माह के दौरान सोने और पेट्रोलियम उत्पादों के आयात में गिरावट आई। इससे देश का व्यापार घाटा कम होकर 9.6 अरब डॉलर पर आ गया।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में कारोबार के दौरान रुपया 54 पैसे की बढ़त के साथ 68.56 प्रति डॉलर पर चल रहा था। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 0.15 प्रतिशत टूटकर 67.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अन्य एशियाई बाजारों में शंघाई कम्पोजिट 2.47 प्रतिशत चढ़ गया। हांगकांग का हैंगसेंग 1.37 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.62 प्रतिशत तथा स्ट्रैट टाइम्स 0.40 प्रतिशत चढ़ गया। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख था। (भाषा)