महाभारत युद्ध से पहले भीष्म पितामह ने सभी योद्धाओं को कहा कि अब युद्ध शुरू होने वाला है इस समय जो भी योद्धा अपना खेमा बदलना चाहे वह स्वतंत्र है कि वह जिसकी तरफ से भी चाहे युद्ध करे।
इस घोषणा के बाद युयुत्सु डंका बजाते हुए कौरव दल को छोड़ पांडवों के खेमे में चले गए। इस तरह महाभारत युद्ध में सभी कौरव मारे गए। एक मात्र युयुत्सु ही जीवित बचा था। माना जाता है कि युयुत्सु के वंशज आज भी मौजूद हैं।
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