मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. रोमांस
  3. प्रेम-गीत
  4. romance poem on touch

कविता : तुम्हारी एक छुअन...

कविता : तुम्हारी एक छुअन... - romance poem on touch
क्या था तुम्हारी उस एक छुअन में,
कि वो शाम याद आती है, तो जाती नहीं।
 
अजब-सा खुमार था तुम्हारे सुरूर का,
जो आग लगाती है, पर जलाती नहीं।
 
इबादत कुछ और भी हो सकती थी क्या,
जो मुझे खुदा बनाती है, और बताती नहीं।
 
गर था यूं ही आंखों से ही पिलाना,
तो आगोश में सुला के, फिर जगाती ही नहीं।
 
हुआ नहीं बेचैन कभी इस कदर,
तेरे बगैर दिल धड़कता है, पर सांस आती नहीं।
ये भी पढ़ें
ब्वॉयफ्रेंड बनाने में सावधानी बेहद जरूरी