• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. रियो ओलंपिक 2016
  4. Indian boxing in Rio Olympics
Written By
Last Updated :रियो डि जेेनेरियो , शुक्रवार, 5 अगस्त 2016 (19:55 IST)

ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजों को कठिन ड्रॉ

Rio Olympics
रियो डि जेेनेरियो। भारत के तीन सदस्यीय मुक्केबाजी दल को शनिवार से यहां शुरू हो रही ओलंपिक की इस स्पर्धा में कड़ी चुनौती मिलेगी लेकिन उनका इरादा भारत में लंबे समय से चली आ रही प्रशासनिक अस्थिरता से त्रस्त हो चुके खेल का पुनरोत्थान करना है।
 
शिव थापा (56 किलो), मनोज कुमार (64 किलो) और विकास कृष्णन (75 किलो) ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में भारतीय चुनौती पेश करेंगे। लंदन ओलंपिक में भारत के आठ मुक्केबाज उतरे थे। इन तीनों में सिर्फ विकास को सातवीं वरीयता मिली है जबकि किसी को भी पहले दौर में बाय नहीं मिला है।
 
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता और विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता विकास का सामना 10 अगस्त को 18 बरस के अमेरिकी चार्ल्स कोनवेल से होगा।
 
शिवा नौ अगस्त को क्यूबा के छठी वरीयता प्राप्त रोबेइसी रामिरेज से खेलेंगे। दोनों का सामना 2010 युवा ओलंपिक फाइनल में हो चुका है जिसमें शिवा को पराजय झेलनी पड़ी थी।
 
राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता रहे मनोज 10 अगस्त को लिथुआनिया के पूर्व युवा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एवाल्डास पेत्राउस्कास से खेलेंगे।
 
मुक्केबाजी में भारत ने अभी तक दो ओलंपिक पदक जीते थे। बीजिंग ओलंपिक 2008 में विजेंदर सिंह ने 75 किलो में कांस्य पदक जीता था जबकि 2012 में एम सी मेरीकाम ने महिलाओं के 51 किलो में कांसे का तमगा हासिल किया। इस बार कोई भारतीय महिला मुक्केबाज क्वालीफाई नहीं कर सकी है। (भाषा) 
 
ये भी पढ़ें
रियो ओलंपिक 2016 की 10 खास बातें