हिमाचल में बर्फबारी के बाद बढ़ीं मुश्किलें, बिजली-पानी को तरसे लोग
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी हिमपात के बाद आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ और लोग यातायात सहित बिजली आपूर्ति और पानी के लिए तरस गए हैं। इस बीच, बर्फ को हटाने का काम भी शुरू हो गया है।
शिमला जिले के उपनगर तारादेवी, न्यू शिमला में भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। प्रदेश में तीन एनएच-1 स्टेट हाईवे समेत 250 सड़कें शुक्रवार को भी बंद रहीं। सबसे ज्यादा सड़कें शिमला जिले में बंद हैं। यहां पर कुल 144 सड़के बंद हैं। शिमला के बाद लाहौल स्पीति में सबसे ज्यादा 144 सड़कें बंद हैं।
इसके अलावा प्रदेश के कई क्षेत्रों में बिजली भी बहाल नहीं हो पाई है। ऐसे में लोगों को अंधेरे में ही गुजारा करना पड़ रहा है। राजधानी के समीप रझाणा में पिछले तीन दिनों से बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। बिजली बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अभी भी 500 ट्रांसफार्मर बंद हैं। इनमें सबसे ज्यादा ट्रांसफार्मर शिमला जिले में बंद हैं। प्रदेश में आगामी 12 फरवरी तक मौसम साफ रहने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन शर्मा ने बताया कि आने वाले एक हफ्ते तक बारिश व बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। ऐसे में अब मौसम साफ रहेगा। शुक्रवार को प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण प्रदेश के तापमान में काफी ज्यादा गिरावट आ गई है। इसके कारण प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
प्रदेश के चार शहरों में तापमान शून्य से नीचे चल रहा है, तो वहीं कई शहरों में तापमान शून्य डिग्री चल रहा है। इसके कारण प्रदेश में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। शिमला और मंडी में न्यूनतम तापमान 1.0, सुदंरनगर 1.2, भुंतर 0.5, कल्पा -6.0, धर्मशाला 2.4, केलांग में पारा शून्य से कम 13.7, सोलन 0.0, मनाली शून्य से कम 2.4, कांगड़ा 1.9, कुफरी शून्य से कम, बिलासपुर में 4.0, हमीरपुर 3.8, डलहौजी 1.1, चंबा 2.9, पालमपुर में 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।