डिपो में भूतों का वास, इस तरह भगाया
केरल में कासरगोड के केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के ड्राइवरों के एक वर्ग ने एक विशेष प्रकार का हवन किया गया। यह हवन उन भूतों को भगाने के लिए था जो कि लगातार बढ़ती बस दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
इससे पहले राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों और एक ज्योतिषी ने मिलकर तय किया कि सभी बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के लिए हवन ही एकमात्र उपाय है। इस हवन के मौके पर चालीस से ज्यादा कर्मचारी मौजूद थे।
कर्मचारी संघ सीटू के नेता मोहनन पाडी का कहना है कि 22 अक्टूबर की रात को तुलुनाडु के डिपो में आयुध पूजा के साथ-साथ सुदर्शन होम (हवन) किया गया। इस मामले में ज्योतिषी कुंदमकुझी बालकृष्णन का कहना था कि डिपो के ड्राइवरों के एक गुट ने उनसे कहा कि डिपो में बुरी आत्माओं और भूतों का वास है। कौड़ियों की मदद से उन्होंने पता लगाया कि डिपो में 11 भूत हैं और इन्हें भगाने के लिए सुदर्शन होम करना जरूरी है।
सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों का कहना है कि वे दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या और विशेष रूप से मैंगलोर रूट पर दुर्घटनाओं से प्रभावित थे। पाडी का कहना है कि इस अवसर पर जिला ट्रांसपोर्ट अधिकारी जी. मोहननकुट्टी भी मौजूद थे। ड्राइवरों ने इस पूजा के लिए बीस हजार की राशि एकत्र की थी। बालकृष्णन का कहना है कि पूजा के बाद कर्मचारी उनके पास आए थे और उनसे पूछा कि हवन कितना कारगर रहा। उन्होंने कौडि़यों की मदद से पता लगाया कि डिपो के सभी भूत भाग गए हैं।
पर जब यह बात राज्य के परिवहन मंत्री तिरुवंचूर राधाकृष्णन को पता लगी तो उन्होंने इस बात को हंसी में उड़ाते हुए कहा कि जितने भी भूत हैं वे सब हमारे लिए काम करते हैं। पर बाद में उन्होंने गंभीरता से कहा कि वे इस मामले में निगम के एमडी से जांच करने को कहेंगे।
जिला ट्रांसपोर्ट अधिकारी मोहननकुट्टी ने इस बात से इनकार किए बिना कहा कि एक महीना और पांच दिनों के बाद यह बात मीडिया को लीक हो गई क्योंकि सीटू और इंटक के संघों के बीच इस बात को लेकर झगड़ा हो गया था। निगम के एमडी एंटनी चाको का कहना है कि वे निगम की आंतरिक सतर्कता विंग से इस मामले की जांच कराएंगे।