ममता बोलीं, केंद्र से औपचारिक अनुरोध प्राप्त होने पर ही बहुदलीय राजनयिक मिशन में वे अपने प्रतिनिधि भेजेंगी
कहा कि पाक के खिलाफ रुख रखने के लिए गठित केंद्र के बहुदलीय राजनयिक मिशन का वे बहिष्कार नहीं कर रहीं
Mamata Banerjee's request to Centre: तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने विदेश से जुड़े मामलों में केंद्र सरकार के प्रति अपनी पार्टी के समर्थन की पुष्टि करते हुए सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से निपटने के भारत के रुख को सामने रखने के लिए गठित केंद्र के बहुदलीय राजनयिक मिशन (Multiparty diplomatic missions) का बहिष्कार नहीं कर रही हैं और केंद्र से औपचारिक अनुरोध प्राप्त होने पर अपने प्रतिनिधि भेजेगी।
ममता बोलीं कि केंद्र को यह निर्णय नहीं लेना चाहिए : ममता बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र को यह निर्णय नहीं लेना चाहिए कि कौन सी पार्टी प्रतिनिधिमंडल में किसे भेजेगी? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने 3 दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर उत्तर बंगाल रवाना होने से पहले कोलकाता हवाई अड्डे पर कहा कि इस बारे में हमसे संपर्क नहीं किया गया। इन दिनों वे केवल संसदीय दल को सूचित करते हैं, मुख्य दल को नहीं। संसदीय दल नीतिगत निर्णय नहीं ले सकता।
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बनर्जी ने कहा कि संपर्क कार्यक्रम के लिए किसी प्रतिनिधि का नाम भेजने का कोई अनुरोध हमारे पास नहीं आया। अगर ऐसा होता तो निश्चित रूप से हम इस पर विचार कर सकते थे। हम विदेश से जुड़े मामलों में पूरी तरह से देश के पक्ष में हैं। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए राजनयिक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए प्रतिनिधियों का नाम तय करना पार्टियों का फैसला है, केंद्र का नहीं।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta