ओंकारेश्वर से नर्मदेश्वर महादेव का विशालकाय शिवलिंग पहुंचा अयोध्या
Shivling reached Ayodhya from Omkareshwar : भगवान रामलला के मंदिर में लगाए जाने के लिए मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से नर्मदेश्वर महादेव का विशालकाय शिवलिंग 5 दिन की यात्रा के उपरांत अयोध्या पहुंचा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बाकायदा धार्मिक अनुष्ठान करते हुए रुद्राभिषेक किया और रुद्राभिषेक के उपरांत शिवलिंग को स्वीकार किया। फिलहाल विशालकाय नर्मदेश्वर महादेव का शिवलिंग कारसेवकपुरम में रखा गया है, जहां पर मंदिर के निर्माण के उपरांत परकोटे में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को नर्मदेश्वर महादेव का शिवलिंग समर्पित करने वाले महंत अवधूत नर्मदानंद बाप जी ने बताया कि यह सौभाग्य है कि नर्मदा नदी का हर कंकड़ शंकर है। नर्मदा नदी में प्रकट हुआ शिवलिंग अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान होगा।
कार्यक्रम के आयोजक अवधूत नर्मदानंद ने बताया कि 18 अगस्त को यात्रा ओंकारेश्वर से प्रारंभ हुई थी और कल देर रात अयोध्या पहुंची है। नर्मदेश्वर महादेव की स्थापना भगवान रामलला के परकोटे में होगी, जहां गणेशजी सूर्य भगवान, मां जगदंबा और महादेव का मंदिर बनाया जाएगा, मध्य में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर रहेगा, उसके आसपास अन्य मंदिर बनाए जाएंगे
मूर्ति के निर्माता मिश्रीलाल शाह ने बताया कि शिवलिंग का वजन 600 किलो का है। 48 इंच का शिवलिंग पूरा मधु कलर का है और इसमें किसी भी तरीके के निशान नहीं हैं। शिवलिंग नर्मदा नदी के किनारे प्राप्त हुई मूर्ति निर्माता ने बताया कि 3 माह के समय में नर्मदेश्वर महादेव का शिवलिंग तैयार किया गया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि नर्मदा नदी के मध्य से शिवलिंग को निकालकर साधना कर तैयार करके रामलला के चरणों में समर्पित किया है। ओंकारेश्वर के नर्मदा से ले गए नर्मदेश्वर महादेव के शिवलिंग को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने स्वीकार किया है, अभी शिवलिंग को कार सेवक पुरम में उचित स्थान पर स्थापित किया गया है। इसके पश्चात श्रीराम जन्मभूमि पीछे ट्रस्ट इस शिवलिंग के उपयोग पर विचार करेगा।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के पदाधिकारी चंपत राय के निवेदन पर नर्मदेश्वर शिवलिंग यहां प्राप्त हुआ है, जिसे कहां स्थापित किया जायगा यह ट्रस्ट के महासचिव सहित अन्य पदाधिकारी निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि इस शिवलिंग की यात्रा के साथ जो लोग भी आए हैं, हम सभी अयोध्यावासी उनका स्वागत करते हैं। उनके ह्दय में श्रीराम व शिवशंभू विराजमान हैं, यह शिवलिंग हम सभी के लिए पूज्य है।