आजाद हिन्द फौज के अंतिम सिपाही काले का निधन
मुंबई। आजाद हिन्द फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। काले का एक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार सुबह 8 बजे निधन हुआ, जहां वे खराब स्वास्थ्य के कारण पिछले कुछ दिनों से भर्ती थे। उनकी उम्र 95 वर्ष थी।
काले की अंतिम दिनों में देखभाल अशोक रोकाडे कर रहे थे जिन्होंने लोगों की सेवा के लिए ‘व्हाइट आर्मी’ की स्थापना की है। रोकाडे ने कहा कि काले का अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम कदमवाड़ी शवदाह गृह में किया गया।
कोल्हापुर जिले के पन्हाला तहसील में सितंबर 1920 में जन्मे काले 1942 में रासबिहारी बोस इंडियन इंडिपेंडेंस लीग में शामिल हुए थे। लीग बाद में आजाद हिन्द फौज में शामिल हो गया था जिसने काले को भारत-बर्मा की सीमा पर तैनात किया।
रोकाडे ने कहा कि काले फौज के गुप्तचर सेवा समूह का हिस्सा थे, जो खुफिया सूचनाएं इकट्ठा करता था और फौज के नेतृत्व को भेजता था। बताया जाता है कि सुभाषचन्द्र बोस द्वारा स्थापित फौज के वे अंतिम सिपाही थे।
रोकाडे ने कहा कि 1947 में देश की स्वतंत्रता के बाद काले कोल्हापुर लौट आए और वहीं बस गए। उनका स्वास्थ्य पिछले कुछ वर्षों में खराब हो गया, खासकर उनकी पत्नी श्यामला का 1 दशक पहले निधन होने के बाद तथा पिछले 7 वर्षों से हम ही उनकी देखभाल कर रहे थे। (भाषा)