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Last Modified: लखनऊ (उप्र) , शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 (20:09 IST)

भारत ने राक्षसी वृत्ति को आतंकवाद के रूप में माना, उसके खिलाफ लड़ रहा लड़ाई : योगी आदित्यनाथ

Chief Minister Yogi Adityanath said that India is fighting a war against terrorism
- ब्रह्माकुमारीज लखनऊ में हुआ विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान (योग) का राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह
- मुख्यमंत्री ने कहा, अपने कार्यक्रमों व राजयोग के माध्यम से सकारात्मक भाव का संचार कर रहा ‘ब्रह्माकुमारीज’ 
- मुख्यमंत्री योगी ने कहा, राष्ट्रपति जी की संघर्ष गाथा हर भारतीय के लिए प्रेरणा
Chief Minister Yogi Adityanath News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की ऋषि परंपरा की मान्यता रही है कि मन, व्यक्ति के बंधन व मोक्ष का कारण है। सद्गुरु रविदास जी ने भी कहा कि मन चंगा तो कठौती में गंगा यानी मन की बहुर्मुखी वृत्ति को जो व्यक्ति अंतर्मुखी कर लेगा, वह न केवल आत्मिक संतुष्टि का लाभ प्राप्त कर सकता है, बल्कि विश्व कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त कर सकता है। दुनिया में आज जो आतंकवाद, उपद्रव व अराजकता है, इसके पीछे मन की चंचल वृत्तियां हैं। जहां भी अराजकता देखने को मिलती है, उसके पीछे वह बहुर्मुखी वृत्तियां हैं, जो उसे नकारात्मकता की तरफ लेकर जाती है।

जीवन का एक पक्ष सकारात्मकता की तरफ ले जाकर अच्छे कार्य की प्रेरणा देता है तो दूसरा पक्ष नकारात्मकता की तरफ लेकर जाता है। भारत की परंपरा ने राक्षसी वृत्ति को आतंकवाद के रूप में माना है और भौतिक-आध्यात्मिक रूप से उसके खिलाफ लड़ाई भी लड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की उपस्थिति में ब्रह्माकुमारीज लखनऊ में विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान (योग) के राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह में अपनी बातें रखीं। 
 
ऋषि परंपरा के ‘प्रसाद’ योग विधा को पीएम मोदी ने दिलाई वैश्विक मान्यता 
सीएम योगी ने कहा कि 2014 में मोदी जी ने प्रधानमंत्री के रूप में नेतृत्व संभालने के बाद भारत की योग की विधा को यूएनओ से मान्यता दिलाकर 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता दिलाई थी। पूरा भारत प्रधानमंत्री जी के प्रति हृदय से आभारी है कि उन्होंने ऋषि परंपरा के ‘प्रसाद’ योग विधा को वैश्विक मान्यता दिलाई।  
राष्ट्रपति की संघर्ष गाथा हर भारतीय के लिए प्रेरणा मुख्यमंत्री योगी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति का जीवन शिक्षक के रूप में भी प्रेरणादायी रहा है। उन्होंने अपना जीवन शिक्षक के रूप में आगे बढ़ाया, फिर जनसेवा के भाव से पार्षद से लेकर राष्ट्रपति भवन तक की यात्रा की। उनकी यह यात्रा संघर्ष की बड़ी गाथा है, जो हर भारतीय के लिए नई प्रेरणा है। 
 
कार्यक्रमों व राजयोग के माध्यम से सकारात्मक भाव का संचार कर रहा ‘ब्रह्माकुमारीज’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय से जुड़ी बहनों व पदाधिकारियों का अभिनंदन किया और कहा कि आज भी अपने कार्यक्रमों और राजयोग के माध्यम से निरंतर सकारात्मक भाव का संचार कर रहे हैं। सीएम योगी ने राजयोग के प्रशिक्षण की दृष्टि से लखनऊ के प्रशिक्षण केंद्र की सराहना भी की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह शानदार केंद्र लगभग बनकर तैयार हो चुका है। यह उत्तर प्रदेश का उत्तम प्रशिक्षण केंद्र बन सकता है। जहां से एक दिन, तीन दिन व साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ समाज को जोड़ने का माध्यम प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि ब्रह्माकुमारी इस थीम को वर्षभर प्रदेश, देश व दुनिया में ले जाने में सफल होगा। 
कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राजयोगी डॉ. ब्रह्मकुमार मृत्युंजय, निदेशक उपक्षेत्र लखनऊ राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी राधा, राष्ट्रीय संयोजक कटक (ओडिशा) राजयोगी डॉ. ब्रह्मकुमार नथमल समेत प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, प्रशिक्षक व साधक आदि उपस्थित रहे।
 
मुख्यमंत्री व राज्यपाल ने किया राष्ट्रपति का स्वागत 
लखनऊ में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार को लखनऊ पहुंचीं। यहां एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।
Edited By : Chetan Gour
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