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Written By कीर्ति राजेश चौरसिया
Last Updated : रविवार, 5 फ़रवरी 2017 (16:35 IST)

भोपाल प्रेमिका हत्याकांड, मां-बाप की दफन लाशें भी रायपुर के मकान से मिलीं

भोपाल प्रेमिका हत्याकांड, मां-बाप की दफन लाशें भी रायपुर के मकान से मिलीं - bhopal murder case
रायपु। भोपाल में लिव-इन-रिलेशन में साथ रह रही अपनी 28 वर्षीय प्रेमिका की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या करने और घर के चबूतरे में उसकी लाश को दफन करने वाला 32 वर्षीय युवक ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया था कि छह साल पहले उसने अपने मां-बाप की हत्या कर उन्हें रायपुर में दफना दिया है। पुलिस मामले जी जांच करने जब रायुपुर पहुंची तो खुदाई में उन्हें मानव हड्डिया मिलीं। 
अपराधी के बयान के बाद पुलिस ने उसके रायपुर वाले मकान की खुदाई की। खुदाई के दौरान मिली दो खोपड़ी कुछ हड्डियां और बोरे के साथ कुछ कपड़े। इससे सिद्ध होता है कि दरिंदे ने अपने माता-पिता की हत्या करके उन्हें भी दफना दिया था।
 
इससे पहले भोपाल के पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया था कि पूछताछ के दौरान दास ने पुलिस को बताया कि उसने वर्ष 2010-11 में अपने मां-बाप की गला घोंटकर हत्या कर दी और रायपुर में अपने घर के परिसर में उनके शवों को दफना दिया।

गौरतलब है कि आरोपी उदयन दास का अपने माता-पिता की संपत्ति और पैसे के कारण रहन-सहन काफी विलासिता पूर्ण था। उसके माता-पिता का एक फ्लैट दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी से 10,000 रुपए, रायपुर के फ्लैट से 7,000 रुपए तथा साकेत नगर स्थित मकान के भूतल का किराया 5,000 रुपए प्रतिमाह उसे मिलता था। इसके अलावा पिता के संयुक्त खाते में 8.5 लाख रुपए की एफडी का ब्याज भी उसे मिलता था। पुलिस को संदेह है कि वह अपने माता-पिता के संयुक्त खाते से उनकी पेंशन की रकम भी निकाल लेता था।
 
आरोपी दिल्ली के साकेत नगर में अपने मकान की पहली मंजिल के अपने घर में काफी विलासितापूर्वक रहता था। घर के तीनों कमरों में एलसीडी लगे हैं और उसके पास एक महंगी कार भी थी। लेकिन घर की साफ सफाई के लिए उसने कोई नौकर नहीं रखा था। उसके घर में चारों ओर सिगरेट के टुकड़े और शराब की खाली बोतलें बिखरी पड़ी थीं।
 
पुलिस ने बताया कि पुलिस जब दो फरवरी को उसे गिरफ्तार करने उसके घर में घुसी तो घर में होटल से लाए गए खाने के सड़ने और गंदगी से सारा घर बदबू मार रहा था। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी पिछले लगभग तीन माह से पानी के स्थान पर शराब और बीयर पी रहा था और करीब तीन माह से ही उसने नहाया भी नहीं था। अपने शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए वह महंगे परफ्यूम लगाता था। 
 
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी अक्सर लड़कियों के साथ बाहर घूमने जाता था, यह लड़कियां अपनी-अपनी पहचान छुपाने के लिए अमूमन अपने चेहरे पर हिजाब लगाए रहती थीं। सोशल मीडिया के जरिए उदयन की आकांक्षा शर्मा से दोस्ती हुई थी। आकांक्षा आरोपी के साथ यहां भोपाल के साकेत नगर में उसके घर में रहती थी, जबकि आकांक्षा ने अपने माता-पिता को बताया था कि वह अमेरिका में रह रही है। गत दिसंबर से आकांक्षा के माता-पिता का जब उससे संपर्क होना बंद हो गया तो उन्हें इस पर संदेह होने लगा।
 
पश्चिम बंगाल के बांकुरा की रहने वाली आकांक्षा के शव को उदयन के पहली मंजिल स्थित घर में सीमेन्ट-क्रांकीट के बने चबूतरे से 3 फरवरी की सुबह ड्रिल मशीनों से खोदकर निकाला जा सका। आरोपी ने आकांक्षा की हत्या करने के बाद अपना गुनाह छुपाने के लिए उसकी लाश को एक लोहे के बाक्स में डाला और फिर इस बाक्स को एक और बड़े बाक्स में डालकर उसे पहली मंजिल स्थित अपने घर के कमरे में सीमेन्ट-क्रांकीट के चबूतरे में डालकर चुन दिया और चबूतरे के ऊपर मार्बल लगा दिया।
 
पश्चिम बंगाल पुलिस ने उदयन को यहां उसकी लिव इन पार्टनर आकांक्षा उर्फ श्वेता की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने आकांक्षा की हत्या पिछले साल 14 जुलाई को की जबकि पहले उसने पुलिस को बताया था कि उसने दिसंबर में यह हत्या की थी।
 
पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक आकांक्षा पर अपना अधिकार रखना चाहता था और उसने आकांक्षा की हत्या इसलिए की, क्योंकि वह मोबाइल फोन पर अपने किसी अन्य पुरुष मित्र से बात करती थी। इस बीच आकांक्षा के परिजनों ने आज यहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने शव की खराब हालत के कारण उसे पश्चिम बंगाल नहीं ले जाने की सलाह परिजनों को दी थी।