एग्रीटेक मीट में ऊंटनी के दूध की चाय मिलेगी
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में आगामी सात से नौ नवंबर तक चलने वाली 'एग्रीटेक मीट' में पहली बार हल्की ठंड को देखते हुए ऊंटनी के औषधियुक्त दूध की चाय पीने को मिलेगी।
एग्रीटेक मीट में उदयपुर जिले की गिर्वा तहसील के साकरोदा गांव निवासी जगदीश रेबारी अपनी धर्मपत्नी के साथ ऊंटनी के दूध की चाय की स्टॉल लगाएंगे। उन्होंने बताया की इस दूध में औषधीय गुण होने के कारण इसकी निरंतर मांग बढ़ती जा रही है और वह स्वयं अनुमानित 125 लीटर से अधिक दूध रोज यहां बेच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दूध बेचने से उन्हें प्रतिमाह अच्छी आमदनी हो जाती हैं। वह रोज 25 लीटर दूध स्वयं की ऊंटनियों का तथा अन्य लोगों से 100 लीटर दूध एकत्रित कर 125 लीटर दूध 30 रुपए प्रति लीटर की दर से बेचते हैं, जिससे उन्हें प्रतिमाह 50 हजार से अधिक की आय हो जाती है। उन्होंने बताया कि एक ऊंटनी दिन में तीन-चार बार दूध देती है एवं प्रतिदिन आठ-दस लीटर दूध उत्पादन किया जा सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऊंटनी के दूध में लेक्टों गुण होने से यह सुपाच्य है। यह दूध आठ-नौ घंटे तक खराब नहीं होता है। इसे नियमित पीने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और यह शुगर की बीमारी से लेकर थायराइड एवं कैंसर में भी उपयोगी है। सर्पदंश के लिए ऊंट के सीरम से एंटीविनम बनाया जा रहा है। यह हेपेटाइटिस बी एवं सामान्य त्वचा रोगों से भी निजात दिलाने में सहायक है। (वार्ता)