उत्पन्ना एकादशी : कैसे करें व्रत, जानिए 10 काम की बातें...
* उत्पन्ना एकादशी : कैसे करें व्रत की तैयारी, जानिए...
* उत्पन्ना एकादशी का व्रत किस प्रकार करना चाहिए? इस विषय में भगवान ने कहा है कि दशमी के दिन सिर्फ दिन के वक्त सात्विक आहार करना चाहिए।
* संध्याकाल में दातुन करके पवित्र होना चाहिए।
* रात्रि के समय भोजन नहीं करना चाहिए।
* भगवान के स्वरूप का स्मरण करते हुए सोना चाहिए।
* सुबह स्नान करके संकल्प करना चाहिए और निर्जला व्रत रखना चाहिए।
* दिन में भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
* पूजा में धूप, दीप एवं नाना प्रकार की सामग्रियों से विष्णु को प्रसन्न करना चाहिए।
* कलुषित विचार को त्याग कर सात्विक भाव धारण करना चाहिए।
* रात्रि के समय श्रीहरि के नाम से दीपदान करना चाहिए और आरती एवं भजन गाते हुए जागरण करना चाहिए।
* भगवान कहते हैं कि जो व्यक्ति इस प्रकार उत्पन्ना एकादशी का व्रत करता है, उसे हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। जो भिन्न-भिन्न धर्म-कर्म से पुण्य प्राप्त होता है, उन सबसे कई गुना अधिक पुण्य इस एकादशी का व्रत निष्ठापूर्वक करने से प्राप्त होता है।