Gupt Navratri Devi Mantras: 26 जून को आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इस पर्व में घटस्थापना के साथ ही देवी दुर्गा के 10 महाविद्याओं की आराधना की जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार गुप्त नवरात्रि के दिनों में 10 महाविद्याओं में मां काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की साधना की जाती है।
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आइए यहां जानते हैं गुप्त नवरात्रि के पावन पर्व पर जपने योग्य मनोकामनापूर्ति तथा चमत्कारिक मंत्र...
पढ़ें गुप्त नवरात्रि के खास मंत्र:
- ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं:
- ॐ जयंती मंगला #काली_भद्रकाली कपालिनी
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते:।
- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
ये मंत्र करेंगे 10 महाविद्याओं को प्रसन्न...
- ॐ क्रीं कालिकायै नम:।
- ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं हूं फट्।
- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुरायै नम:।
- ॐ ह्रीं भुवनेश्वर्यै नम:।
- श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्र वैरोचनीये हूं हूं फट् स्वाहा।
- ॐ ह्रीं भैरवी कलौं ह्रीं स्वाहा।
- धूं धूं धूमावती ठ: ठ:।
- ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिव्हा कीलय, बुद्धिं विनाश्य ह्रीं ॐ स्वाहा।
- ॐ ह्रीं ऐं भगवती मतंगेश्वरी फट् स्वाहा।
- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कमलायै नम:।
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