ऐसा आतंक नहीं देखा-आडवाणी
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अशांत नंदीग्राम की यात्रा के बाद कहा कि उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कभी भी ऐसा आतंक नहीं देखा। इसके पहले उन्होंने दहशत में रह रहे लोगों से भेंट की और सूने घरों को देखा। वह एक ऐसे बच्चे से मिले जिसके पिता की हत्या कर दी गई थी।आडवाणी ने एक स्कूल का भी दौरा किया जहाँ हिंसा के बाद बेघर हुए लोगों ने शरण ली है। इसके बाद भाजपा नेता ने एक रैली में नंदीग्राम हिंसा के लिए प्रदेश की वाम मोर्चा सरकार तथा केंद्र की संप्रग सरकार को दोषी ठहराया। उन्हें केंद्र पर निष्क्रियता और उदासीनता का आरोप लगाया क्योंकि वह माकपा के समर्थन पर आश्रित है।आडवाणी ने 14 मार्च की पुलिस गोलीबारी के बाद अपनी नंदीग्राम यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय पुलिस ने गोलीबारी की थी लेकिन इस बार माकपा के लोग थे जिन्होंने लोगों पर गोलीबारी की। आडवाणी राजग के एक प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे थे।उन्होंने कहा कि यहाँ आतंक का माहौल है और मैंने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में कभी भी इस तरह का आतंक नहीं देखा।आडवाणी ने सुषमा स्वराज और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सहयोगियों के साथ अधिकारीपाड़ा का दौरा किया और नंदीग्राम स्कूल में शरण लिए लोगों से भेंट की। राजग प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के दौरान आमगाछी, गोकुलनगर, समसाबाद और महेशपुर गाँवों में अधिकतर घर खाली थे और सड़कों पर कम ही लोग दिखे। भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी ने कहा कि एक लड़के ने उनसे कहा कि उसकी आँखों के सामने उसकी माँ को मार दिया गया। दस महिलाओं ने कहा कि उनके पति लापता हैं। प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारीपाड़ा में कुछ ऐसे घरों को देखा जिन पर हमला किया गया था। वे करीब एक किलोमीटर तक पैदल चले क्योंकि वहाँ वाहनों के लायक सड़क नहीं है।आडवाणी ने कहा नंदीग्राम में जो कुछ हुआ उसके लिए न केवल मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और माकपा को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए बल्कि केंद्र सरकार ने भी कुछ नहीं किया क्योंकि वह मार्क्सवादियों का समर्थन ले रही है। उन्होंने कहा न तो किसी केंद्रीय मंत्री और न ही मुख्यमंत्री ने नंदीग्राम का दौरा करने की जरूरत समझी।