कौन हैं PM मोदी का कश्मीरी दोस्त नाजिम, खुद PM Modi ने शेयर की सेल्फी, बताया लीडर
PM Modi selfie with nazim : पीएम नरेंद्र मोदी श्रीनगर की यात्रा में हैं। उन्होंने आज श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 6 हजार 400 करोड़ रुपए की 53 परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
इस दौरान नाजिम (Nazim) ने अपने किए गए कामों को बारे में PM मोदी को बताया। प्रधानमंत्री उससे काफी प्रभावित हुए और बाद में उसके साथ एक सेल्फी भी पोस्ट की।
दरअसल, पुलवामा के एक युवक नाजिम ने पीएम मोदी से सेल्फी की डिमांड कर दी। पीएम ने युवक को निराश नहीं किया। उन्होंने नाजिम के साथ सेल्फी खिंचाई। मोदी के साथ सेल्फी आने के बाद अब हर जगह नाजिम की चर्चा हो रही हैं।
क्या कहा पीएम मोदी ने : जब नाजिम ने पीएम मोदी से सेल्फी के लिए कहा तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, जरूर, मैं एसपीजी टीम से कहूंगा कि वो आपको मेरे पास लेकर आएं। साथ में सेल्फी जरूर लेंगे
वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट शेयर करते हुए पीएम मोदी ने कहा,
मेरे दोस्त नाजिम के साथ एक यादगार सेल्फी मैं उसके अच्छे काम से प्रभावित हुआ, सार्वजनिक बैठक में उन्होंने एक सेल्फी का अनुरोध किया और उनसे मिलकर खुशी हुई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं
कौन है नाजिम : दरअसल नाजिम नजीर कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले हैं। वह मधुमक्खी पालन करते हैं। पीएम मोदी से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि आज कश्मीरी शहद की कीमत एक हजार रुपए किलो तक पहुंच गई है। नाजिम के घर वाले चाहते थे कि वह डॉक्टर या इंजीनियर बनें, लेकिन उन्होंने मधुमक्खी पालन शुरू किया। नाजिम ने मधुमक्खी पालन की शुरुआत केवल दो बॉक्स से की थी और आज वह 200 बॉक्स में कर रहे हैं।
कैसे मधुमक्खी पालन की हुई शुरुआत : विकसित भारत के लाभार्थी नाजिम ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान कहा, “मैं मधुमक्खी से शहद निकालने का काम करता हूं। मेरा 5 हजार किलो शहद बिका है। मैंने सोचा इसका फायदा मैं सिर्फ अकेले नहीं उठाऊंगा, मैं अपने साथ अन्य युवाओं को भी जोड़ूंगा। धीरे-धीरे मेरे साथ लगभग 100 लोग जुड़ गए। 2023 में हमें एफपीओ मिला और इसके बाद कोई चिंता ही नहीं है। देश के साथ हम भी आगे बढ़े हैं
मैंने घरवालों की बात नहीं सुनी : पीएम मोदी ने नाजिम से पूछा कि जब पढ़ाई करते थे तो क्या सपना था? इसके जवाब में नाजिम ने कहा, जब मैं 10वीं कक्षा में था तो घरवाले कहते थे कि डॉक्टर बनो, इंजीनियर बनो तो मैंने घरवालों की बात नहीं सुनी
Edited by Navin Rangiyal