क्या है इन्सेफलाइटिस?
उत्तरप्रदेश में गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में 35 से ज्यादा मौतों के बाद इन्सेफलाइटिस बीमारी सुर्खियों में है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2016 में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ही 514 मौतें इन्सेफलाइटिस से हुई थीं। दुर्भाग्य से मौतों का आंकड़ा कम होने की बजाय साल-दर-साल बढ़ता ही जा रहा है। आखिर इन्सेफलाइटिस क्या है और किस तरह यह बीमारी फैलती है? आइए, जानते हैं...
क्या है इन्सेफलाइटिस : यह एक दिमागी बुखार है, जो फ्लैवि वायरस के संक्रमण से फैलता है। चूंकि 1871 में इसकी खोज जापान में हुई थी, इसलिए इसे जापानी बुखार के नाम से भी जाना जाता है। यह बुखार मच्छरों के जरिए इंसान में पहुंचता है। इससे सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं। सूअर और जंगली पक्षियों में भी इस बीमारी के विषाणु पाए जाते हैं।
लक्षण : इस बीमारी का पहला असर व्यक्ति के दिमाग पर होता है। ऑक्सीजन के कमी के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। इसके साथ तेज बुखार और सिरदर्द की शिकायत भी होती है। प्रभावित व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती हैं, हाथ-पैरों में अकड़न भी होती है। इसके साथ ही व्यक्ति को चिड़चिड़ेपन के साथ ही थकान और बेहोशी की शिकायत भी होती है। 1 से 14 साल के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के लोग ज्यादातर इसकी चपेट में आते हैं।
देश के 19 राज्यों के 171 जिलों में जापानी इन्सेफलाइटिस का असर है। पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार सहित दूसरे राज्यों के 60 जिले इन्सेफलाइटिस से ज्यादा प्रभावित हैं। इस बीमारी का प्रकोप साल के तीन महीने अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में सबसे ज्यादा होता है।