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Last Modified: गुवाहाटी , मंगलवार, 29 दिसंबर 2015 (19:42 IST)

तरुण गोगोई बोले, भाजपा हत्यारों की पार्टी...

Tarun Gogoi
गुवाहाटी। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर यहां संघर्ष होने के लिए भाजपा पर प्रहार करते हुए असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने मंगलवार कहा कि भाजपा हत्यारों की पार्टी है और राज्य में गुंडागर्दी कर सत्ता हासिल करने का प्रयास कर रही है।
 
गोगोई ने कहा, 'भाजपा ने लोगों का विश्वास खो दिया है। वे गुंडागर्दी के माध्यम से सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं। वे गुंडाराज के आधार पर अगला चुनाव (असम में) लड़ना चाहते हैं। हमें उन्हें रोकना होगा और हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे।'
 
उन्होंने कहा कि भाजपा हत्यारों की पार्टी है। वे सत्ता में नहीं हैं और अब यह उनकी गुंडागर्दी है। अगर वे सत्ता में आएंगे तब क्या होगा?
 
मुख्यमंत्री ने राजीव भवन के बाहर सोमवार का संघर्ष रोकने में पुलिस के विफल रहने पर भी नाखुशी जताई और अतिरिक्त मुख्य सचिव वी. बी. प्यारेलाल से घटना की जांच कराने की घोषणा भी की।
 
गोगोई ने कहा कि कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा का हमला पूर्व नियोजित था और दावा किया कि सरकार के पास दो भाजपा नेताओं की रिपोर्ट थी जो पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसा रहे थे। इनमें हिमंत बिस्व शर्मा शामिल हैं।
 
उन्होंने कहा कि यह जघन्य हमला था। इस तरह की घटना असम की राजनीति में कभी नहीं हुई। वे (भाजपा कार्यकर्ता) छड़ी और ब्लेड के साथ थे जिन्हें तख्तियों की छड़ी में छिपाकर रखा गया था।
 
राजीव भवन में कल राज्य पुलिस द्वारा स्थिति को संभालने के बारे में पूछने पर गोगोई ने कहा, 'मैं अपनी पुलिस से खुश नहीं हूं। यह कैसे हो सकता है? नगर के मध्य में स्थित पार्टी कार्यालय पर कैसे हमला किया जा सकता है? जांच में देखा जाएगा कि किसकी तरफ से लापरवाही हुई।'
 
भाजपा समर्थकों ने सोमवार को जब कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी जवाबी कार्रवाई की जिससे दोनों तरफ के लोग जख्मी हो गए।
 
भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस नेता नीलमणि सेन डेका द्वारा नलबाड़ी जिले में रविवार को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी का विरोध कर रहे थे। बाद में गोगोई ने जब उनके बयान पर कहा कि यह निंदनीय है और असम की संस्कृति नहीं है तो डेका ने खेद जताया और अपना बयान वापस ले लिया। कांग्रेस ने भी सेन डेका के बयान से खुद को अलग रखा और इसकी निंदा की। (भाषा)