चंद्रो तोमर का निधन, कौन थीं ‘शूटर दादी’, 60 की उम्र में शुरू की थी निशानेबाजी
शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर का शुक्रवार को निधन हो गया। चंद्रो तोमर कोरोना से पीड़ित थीं और मेरठ के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनके जीवन पर आधारित एक फिल्म भी आई थी, 'सांड की आंख'।
शूटर दादी चंद्रो तोमर उत्तर प्रदेश के बागपत में अपने परिवार के साथ रहती थीं और सोशल मीडिया में काफी लोकप्रिय थीं। वे ट्विटर पर बेहद सक्रिय रहती थीं।
पिछले मंगलवार को मशहूर निशानेबाज चंद्रो तोमर के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी मिली थी। सांस लेने में परेशानी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था।
उत्तर प्रदेश के बागपत की रहने वाली 89 साल की निशानेबाज के ट्विटर पेज पर यह जानकारी दी गई है। उनके ट्विटर पेज पर लिखा गया है, दादी चंद्रो तोमर कोरोना पॉजिटिव हैं और सांस की परेशानी के चलते हॉस्पिटल में भर्ती हैं। ईश्वर सबकी रक्षा करे- परिवार
चंद्रो तोमर ने जब निशानेबाजी को अपनाया, तब उनकी उम्र 60 साल से अधिक थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं। उन्हें विश्व की सबसे उम्रदराज निशानेबाज माना जाता है।
उन्होंने अपनी बहन (देवरानी) प्रकाशी तोमर के साथ कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था। प्रकाशी भी दुनिया की उम्रदराज महिला निशानेबाजों में शामिल हैं। अपने जीवन में उन्होंने पुरुष प्रधान समाज में कई रुढ़ियों को भी समाप्त किया।