Reasi Terrorist Attack: चीखों से दहली घाटी, बस खाई में न गिरती तो एक को भी जिंदा नहीं छोड़ते आतंकी
Reasi Terrorist Attack: चारों तरफ चीखें और गोलियों की आवाजें थीं। लोग चीखते चिल्लाते रहे, बच्चे बिलखते रहे, लेकिन आतंकी श्रद्धालुओं पर गोलियां बरसाते रहे।
अगर बस सड़क पर ही रहती तो गोलियां बरसा रहे आतंकी शायद ही किसी को जिंदा छोड़ते। यात्रियों के मुताबिक जैसे ही बस नीचे खाई में गिरी, चीख पुकार मच गई। पुलिस के मुताबिक जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की जिससे बस खाई में गिर गई। इसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।
श्रद्धालुओं ने सुनाई खौफनाक आपबीती : जम्मू के रियासी में आतंकी हमले में बचे वैष्णो देवी और शिवखोड़ी धाम के दर्शन करने गए यात्रियों की आपबीती खौफनाक है। बस पर हुए आतंकी हमले में जीवित बचने के लिए यात्री बाबा और मां वैष्णो देवी की कृपा ही बता रहे हैं। शिवखोड़ी से कटरा लौट रही बस पर हमले के लिए आतंकी घात लगाए बैठे थे। जैसे ही बस रियासी में पहुंची आतंकी बीच सड़क पर खड़े होकर गोलियां बरसाने लगे। आतंकियों की संख्या करीब चार बताई जा रही है। आतंकियों ने गोली ड्राइवर को लगी और फिर बस नीचे खाई में जा गिरी। ये सभी यात्रा अलग-अलग जगह से वैष्णो देवी के दर्शन करने आए थे। शिवखोड़ी धाम के दर्शन के लिए सभी ने मिलकर कटरा में बस की थी।
ऐसे बच गईं कई जानें : इस घटना में बचे खुशकिस्मत यात्रियों के मुताबिक बस का खाई में गिरना कई यात्रियों के लिए जीवनदान बन गया। अगर बस सड़क पर ही रहती तो गोलियां बरसा रहे आतंकी शायद ही किसी को जिंदा छोड़ते। यात्रियों के मुताबिक जैसे ही बस नीचे खाई में गिरी, चीख पुकार मच गई। यात्रियों के मुताबिक आतंकी नीचे गिरती बस पर भी अंधाधुंध फायरिंग करते रहे। यही नहीं जब बस नीचे खाई में गिरी हुई थी और यात्रियों में चीख पुकार मची हुई थी, उस दौरान भी कुछ समय तक आतंकी गोलियां बरसाती रही। मौक पर मिले खाली कारतूस भी इस बात की गवाही दे रहे हैं. इस हमले में नौ यात्रियों की मौत हुई है. इसमें दो बच्चे भी हैं, जिसमें एक दो से तीन साल का है। स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद की।
ऐसे चुन चुनकर चलाई गोलियां : घायल यात्रियों में नोएडा का भी एक यात्री है। यात्रियों के मुताबिक जब बस से छिटककर यात्री इधर- उधर जा गिरे तो आतंकी उनको गोलियों से निशाना बनाने लगे। कुछ यात्रियों ने पेड़ और पत्थरों के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई। सियासी के जिला अस्पताल में भर्ती एक घायल यात्री के मुताबिक इस दौरान उसकी पीछ पर गोली लगी। अगर वह छिपते नहीं, जीवित बचना मुमकिन नहीं था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने हमले के बारे में भयावह विवरण साझा किए। एक व्यक्ति ने बताया कि कैसे बस पर 25 से 30 गोलियां चलाई गईं, उसके बाद बस खाई में गिर गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने लाल रंग का मफलर पहने एक नकाबपोश हमलावर को बस पर गोलीबारी करते देखा था। तेरयाथ के अस्पताल में भर्ती बनारस के एक घायल तीर्थयात्री ने बताया, हमें शाम चार बजे निकलना था, लेकिन बस शाम साढ़े पांच बजे निकली और अचानक बस पर गोलीबारी की गई
जिला अस्पताल में भर्ती उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार ने बताया, मैं बस चालक के बगल में बैठा था और वाहन घने जंगलों से नीचे की ओर आ रहा था, तभी मैंने देखा कि सेना जैसे कपड़े पहने और काले कपड़े से अपना चेहरा व सिर ढके एक व्यक्ति बस के सामने आया और उसने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी' उन्होंने कहा, गोलीबारी में चालक को गोली लगी और बस खाई में गिर गई। बस पर कई मिनट तक गोलीबारी हुई'
Edited By Navin Rangiyal (भाषा इनपुट के साथ)