उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक पर रेल परिचालन बहाल, एजेंसियां कर रही हैं विस्फोट की जांच
उदयपुर/जयपुर। उदयपुर-अहमदाबाद के बीच उस रेल ट्रैक पर परिचालन बहाल कर दिया गया है, जिस पर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात विस्फोट हुआ था। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और एटीएस सहित केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।
उत्तर-पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने जयपुर में कहा कि आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की टीम ने रविवार रात 11 बजे साइट क्लीयरेंस दी, जिसके बाद रेलवे के इंजीनियरों ने तुरंत काम किया और सोमवार तड़के साढ़े तीन बजे ट्रैक को ट्रेन की आवाजाही के लिए फिट घोषित कर दिया गया।
प्रवक्ता के मुताबिक, पटरी की मरम्मत के बाद ट्रैक पर असावरा-उदयपुर एक्सप्रेस चलाई गई, जो दोपहर साढ़े 12 बजे उदयपुर स्टेशन पहुंची। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और एटीएस सहित केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।
उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की विस्फोटक विशेषज्ञ टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठे किए और केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियां मिलकर मामले पर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि किस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। यह बात फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की रिपोर्ट और एनएसजी टीम की राय के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
कुमार ने उदयपुर में घटनास्थल पर कहा, मौके से सबूत जुटाए गए हैं। साइट पर काम लगभग पूरा हो चुका है। ट्रैक पर परिचालन बहाल कर दिया गया है। अब केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों के अधिकारी एक साथ बैठेंगे और जांच के रोडमैप पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि जांच प्रारंभिक चरण में है और रोडमैप के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। कुमार ने बताया कि उदयपुर के पुलिस अधीक्षक ने मामले की पड़ताल के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है और कई टीमें जमीनी स्तर पर खुफिया जानकारी और अन्य ब्योरा जुटाने का काम कर रही हैं।
मालूम हो कि यह विस्फोट केवड़ा की नाल के पास ओड़ा रेलवे पुल पर पटरियों पर हुआ था। ओड़ा रेलवे पुलिस उदयपुर के जावर माइंस पुलिस थाना क्षेत्र में आता है। स्थानीय लोगों ने देर रात विस्फोट की आवाज सुनी थी।
दो युवक रविवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्हें विस्फोटक व क्षतिग्रस्त ट्रैक दिखा था, जिसके बाद उन्होंने रेलवे अधिकारियों और पुलिस को सूचित किया। यह रेल लाइन 31 अक्टूबर को शुरू की गई थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में असावरा रेलवे स्टेशन से असावरा-उदयपुर एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी।(भाषा)
Edited by : Chetan Gour