हवाई यात्रा में इन 10 बातों में सबसे आगे हैं हिन्दुस्तानी
एक्सपीडिया के ग्लोबल फ्लाइट एंड होटल एटिकेट सर्वे 2018 के अनुसार भारतीय विमान यात्री तेजी से बढ़ रहे हैं और वे दुनिया में सबसे अधिक टेकसेवी माने जा रहे हैं।
एयरट्रेवल एजेंसियों का मानना है कि भारतीय यात्री बेहद जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं और दूसरों से बात करने में काफी आगे होते हैं। सर्वे के मुताबिक, बगल वाली सीट पर बैठे अनजान शख्स के साथ बातचीत करने में भारतीय यात्रियों का पूरी दुनिया में पहला स्थान (59%) है।
अपने सहयोगी, दोस्त या परिवार के साथ बैठने के लिए साथी यात्री को अपनी सीट बदलने के लिए कहने वालों में भी भारतीय यात्रियों का पहला स्थान (41%) है।
भारतीय यात्री मिलनसार और मदर होते हैं और ज्यादातर समय साथी यात्री दूसरे यात्री का ध्यान (80%) रखते हैं। इसमें भी हम पहले नंबर पर हैं।
मोबाइल से चेक-इन करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं, कुल 18% यात्री विमान यात्रा के लिए मोबाइल से चेक-इन करते हैं जिसमें भारतीय यात्री पहले स्थान पर हैं। हालांकि अब 67 पर्सेंट भारतीय ऑनलाइन चेक-इन कर रहे हैं और इस मामले में वे दुनिया में सातवें नंबर पर हैं।
इसी तरह भारतीय यात्री पेपरलेस बोर्डिग में यकीन रखते हैं। मोबाइल डिवाइस के जरिए बोर्डिंग पास के इस्तेमाल में भारत का थाईलैंड के बाद दूसरा स्थान (29%) है।
यहीं नहीं भारतीय यात्री अपने अनुभवों को रिकॉर्ड कर तुरंत सोशल मीडिया में शेयर करने में भी देर नहीं करते। विमान में खराब अनुभवों को अपने मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड करने में भी भारतीय यात्रियों का दूसरा स्थान है।
इसी तरह इस सर्वे से पता चला है कि अमेरिका, यूरोप, साउथ अमेरिका और एशिया पैसिफिक के 23 देशों के पैसेंजर्स में से विदेश यात्रा करते समय फ्लाइट में वाई-फाई के लिए पेमेंट करने में भारतीयों के सबसे आगे रहने की संभावना हैं।
भारतीय यात्री संगीत प्रेमी होते है और 72% विमान में म्यूजिक/पॉडकास्ट सुनने में भारतीयों का पहला स्थान है।
इसी तरह बोरियत मिटाने के लिए विमान में वीडियो गेम खेलने वाले 37% यात्रियों में दूसरा स्थान भारतीयों का है।