गुस्ताख पाकिस्तान, भारतीय डिप्लोमैट्स के घरों की गैस सप्लाई रोकी, पानी और न्यूजपेपर भी बंद
Pakistan stopped gas supply to Indian diplomats: पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी कुटिल नीतियों से भारत के साथ तनाव बढ़ाने की कोशिश की है। ताजा जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में रहने वाले भारतीय डिप्लोमैट्स के घरों की गैस सप्लाई को अचानक बंद कर दिया है। इतना ही नहीं, स्थानीय गैस सिलेंडर विक्रेताओं को भारतीय राजनयिकों को सिलेंडर बेचने से मना किया गया है। इसके साथ ही, भारतीय डिप्लोमैट्स के परिवारों को मिलने वाली मिनरल वाटर की आपूर्ति और न्यूजपेपर की डिलीवरी भी रोक दी गई है। यह कदम दोनों देशों के बीच पहले से तनावपूर्ण रिश्तों को और बिगाड़ने वाला माना जा रहा है।
पाकिस्तान की हरकतें : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @Goreunit द्वारा 11 अगस्त 2025 को पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों के खिलाफ यह कदम उठाया है। पोस्ट में कहा गया है कि इस्लामाबाद में भारतीय डिप्लोमैट्स के घरों की गैस सप्लाई को बंद कर दिया गया है और स्थानीय विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे भारतीय राजनयिकों को गैस सिलेंडर न बेचें। इसके अलावा, मिनरल वाटर और न्यूजपेपर की आपूर्ति भी रोक दी गई है।
पाकिस्तान की सीमा उल्लंघन की पृष्ठभूमि : हाल ही में, 5 अगस्त 2025 को PTI ने बताया था कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में LoC पर अकारण गोलीबारी कर संघर्षविराम का उल्लंघन किया। इस घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में और तनाव पैदा किया। इसके अलावा, X पर उपयोगकर्ताओं के पोस्ट्स में भारत के विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा पाकिस्तान की नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है।
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भारत की प्रतिक्रिया : भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कूटनीतिक सूत्रों का कहना है कि भारत इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाया हो। पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें भारतीय डिप्लोमैट्स को परेशान करने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया गया।
कूटनीतिक तनाव का असर : पाकिस्तान का यह कदम न केवल कूटनीतिक शिष्टाचार का उल्लंघन है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय नियमों और वियना संधि के खिलाफ भी माना जा सकता है, जो राजनयिकों को मेजबान देश में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की बात कहती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों को और खराब कर सकता है, जो पहले से ही तनावपूर्ण हैं।
पाकिस्तान की इस हरकत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह भारत के साथ रचनात्मक संबंध स्थापित करने के बजाय टकराव की नीति पर चल रहा है। भारतीय डिप्लोमैट्स के खिलाफ इस तरह के कदम न केवल दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी को दर्शाते हैं, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी खतरा हैं। भारत से इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने की उम्मीद की जा रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस मामले पर अपनी नजर रखे हुए है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala